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अकीदत के साथ निकला आठवीं का जुलूस

संसू, कड़ा : क्षेत्र के दारानगर में आठ मोहर्रम का जुलूस अकीदत के साथ उठाया गया। दारानगर से यह जुलूस वर्षो से लगतार उठाया जाता है। जिसमें दुलदुल और अलम अमारी की जियारत कराई जाती है। जिसकी •िायारत करने के लिए जिले तथा अन्य जनपद से भी काफी लोगों की भीड़ रही। जुलूस में हिन्दू-मुस्लिम एकता की झलक देखने को मिली। अंजुमन असदिया दारानगर के सदर असद सगीर ने बताया कि यह जुलूस दारानगर सय्यदवाड़ा के नवाब हुसैन मरहूम के इमामबारगाह से उठकर अपने कदीमी रास्ते दारानगर चौराह चौक कटरा होते हुए कर्बला पहुंचता है। इस दौरान अंजुमन असदिया सय्यदवाड़ा दारानगर ने चौक तक •ांजीर का मातम किया। जिसमें बाकर रिजवी, मो. अब्बास, साहबजादे, गुलाम अब्बास ने नौहाख्वानी की।

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 09:19 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 09:19 PM (IST)
अकीदत के साथ निकला आठवीं का जुलूस
अकीदत के साथ निकला आठवीं का जुलूस

संसू, कड़ा : क्षेत्र के दारानगर में आठ मोहर्रम का जुलूस अकीदत के साथ उठाया गया। दारानगर से यह जुलूस वर्षो से लगतार उठाया जाता है। जिसमें दुलदुल और अलम अमारी की जियारत कराई जाती है। जिसकी •िायारत करने के लिए जिले तथा अन्य जनपद से भी काफी लोगों की भीड़ रही। जुलूस में हिन्दू-मुस्लिम एकता की झलक देखने को मिली। अंजुमन असदिया दारानगर के सदर असद सगीर ने बताया कि यह जुलूस दारानगर सय्यदवाड़ा के नवाब हुसैन मरहूम के इमामबारगाह से उठकर अपने कदीमी रास्ते दारानगर चौराह चौक कटरा होते हुए कर्बला पहुंचता है। इस दौरान अंजुमन असदिया सय्यदवाड़ा दारानगर ने चौक तक •ांजीर का मातम किया। जिसमें बाकर रिजवी, मो. अब्बास, साहबजादे, गुलाम अब्बास ने नौहाख्वानी की। आलमचंद्र में निकाला जुलूस

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संसू, हर्रायपुर : अरबी माह मोहर्रमुल हराम की सात तरीख को मूरतगंज के आलमचंद में सातवीं के जुलूस में जनाबे कासिम की मेंहदी इमामबाड़े से निकल कर अपने कदीमी रास्तों से होते हुए बच्चा मियां के इमामबाड़ा पहुंची। जहां पर जनाबे कासिम का ताबूत बरामद हुआ। जिसकी लोगों ने जियातर की। इस दौरान बाहर से आई अंजुमनों ने नौहाख्वानी की। जिसमें मौजूद अजादारों ने सीनाजनी व जंजीर का मातम किया। अंजुमन गुलशने इस्लाम मीतूपुर आजमगढ़ ने नौहाख्वानी करते हुए पढ़ा शब्बीर के गले पर छुरी कब तलक चली। वहीं ऊंचाहार, इलाहाबाद, जलालपुर, सुल्तानपुर की अंजुमनों ने अपना-अपना कलाम पेश करके जनाबे कासिम व 72 शहीदों को याद किया। इस दौरान अजादारों ने या हुसैन, या अली मौला, हैदर मौला की सदाएं बुलंद की। इस दौरान लोगों ने कर्बला व कूफ़ा का नक्शा बनाया। जिसकी भी लोगों ने जियारत की। जुलूस के अखिरी दौर में मौलाना सैय्यद अख्तर हसन रिजवी ने मसाएब बयान किया। आया जो जुल्म रन में अंधेरा लिए हुए

संसू, करारी : कस्बे में आठवीं मोहर्रम का जुलूस मोहम्मद रेहान के मकान से बरामद हुआ। इस मौके पर नौहाख्वानी के साथ अकीदतमंदों ने जमकर सीनाजनी की। सबसे पहले हजरत अब्बास की मुसीबत का र्मिसया पढ़ा गया। इसमे सोगवार-ए- इमाम मजलूम ने अश्क का नजराना पेश किया। मोहम्मद सादिक ने नौहा पढ़ा- ऐ मेरे हुसैन ऐ मेरे हुसैन। इस नौहे पर अकीदतमन्दों ने मातम किया। मोहम्मद रेहान ने नौहा पढ़ा- आया जो जुल्म रन में अंधेरा लिए हुए, शब्बीर आए रन में उजाला लिए हुए। इस मौके पर रेहन, नसफी, सादिक, हीरा, सादिक, आफाक रि•ावी आदि थे।


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