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जल निकासी न होने से तालाबनुमा बनी सड़क

विकास खंड नेवादा के दुर्गापुर गांव में मुख्य मार्ग पर जल निकासी की व्यवस्था न होने से सड़क तालाब नुमा गड्ढे में तब्दील होती जा रही है। इससे लोगों को आवागमन में काफी दिक्कत होती है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कई बार अधिकारियों से की लेकिन जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं की जा रही है। नतीजतन ग्रामीण दूषित पानी से गुजरने को मजबूर हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Apr 2021 10:29 PM (IST)Updated: Wed, 14 Apr 2021 10:29 PM (IST)
जल निकासी न होने से तालाबनुमा बनी सड़क
जल निकासी न होने से तालाबनुमा बनी सड़क

संसू, कसेंदा : विकास खंड नेवादा के दुर्गापुर गांव में मुख्य मार्ग पर जल निकासी की व्यवस्था न होने से सड़क तालाब नुमा गड्ढे में तब्दील होती जा रही है। इससे लोगों को आवागमन में काफी दिक्कत होती है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कई बार अधिकारियों से की, लेकिन जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं की जा रही है। नतीजतन ग्रामीण दूषित पानी से गुजरने को मजबूर हैं।

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गांव की गलियों को साफ सुथरा और सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से विशेष अभियान चलाया जा रहा है। नाली व खड़ंजा आदि पर अब तक करोड़ों रुपये खर्च भी किया जा चुका है। इसके बाद भी ग्रामीण इलाकों में जल भराव, गड्ढे युक्त सड़कें लोगों की समस्या बनी हुई है। इसी तरह विकास खंड नेवादा के दुर्गापुर गांव में मुख्य मार्ग पर जल भराव से लोग परेशान हैं। गांव के छोटेलाल, रामदेव, कनक बिहारी, अजय कुमार आदि ने बताया कि गांव के मुख्य मार्ग पर पानी निकासी की व्यवस्था नहीं है। इससे गांव से आए दिन सैकड़ों व्यक्तियों के आने-जाने वाले रास्ते पर दूषित पानी भरा हुआ है। साथ ही सड़क भी पूरी तरह गड्ढे में तब्दील हो गई है। उधर से गुजरने वाले लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत सचिव समेत पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों और प्रतिनिधियों से किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। म्योहर में पेयजल संकट गहराया, मचा हाहाकार

संसू, अर्का : कौशांबी ब्लॉक के म्योहर गांव में बनी पेयजल टंकी से सप्लाई का पानी न मिलने से पूरे गांव में संकट गहरा गया है। ग्रामीणों का कहना कि दो दिन से सप्लाई का पानी नही आ रहा है जिसके कारण काफी दिक्कत हो रही है। शिकायत के बाद भी कोई हमारी सुनने वाला नहीं है।

म्योहर गांव में पेयजल की समस्या को देखते हुए 15 वर्ष पहले जलनिगम द्वारा पानी टंकी बनवाई गई थी। इससे घर-घर सप्लाई का पानी पहुंचाया जा रहा था। तीन दिनों से ग्रामीणों को सप्लाई का पानी न मिलने से पेयजल संकट गहरा गया है। गांव के पुष्पराज, सिद्धार्थ शंकर, श्रीकांत, विकास, भूपनारायण, पवन त्रिपाठी, दिनेश जायसवाल, भारत लाल, राजेश पांडेय आदि ने बताया कि गांव में भीषण गर्मी के चलते अधिकांश हैंडपंप पानी देना छोड़ दिये हैं। केवल सप्लाई के पानी का ही सहारा था। पानी न मिलने से सबसे ज्यादा पशुपालन के कार्य में जुड़े ग्रामीणों को दिक्कत हो रही है। ग्राम पंचायत द्वारा नियुक्त प्राइवेट ऑपरेटर राजकरन मिश्र का कहना है कि कनेक्शन अधिक होने और पाइप लाइन को चारों तरफ से न जोड़े जाने से सभी कनेक्शनधारकों को सप्लाई का पानी नहीं मिल पा रहा है।

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ग्रामीणों को सप्लाई का पानी न मिलने की जानकारी नहीं है। ऑपरेटर ने पाइप लाइन चारों तरफ से न जोड़े जाने के कारण पानी न पहुंचने की बात बताई है। ठेकेदार से बात कर जल्द समस्या का समाधान करा दिया जाएगा।

- रविप्रकाश सिंह, ग्राम विकास अधिकारी म्योहर।


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