विवादित भूमि की हुई पैमाइश नहीं मिली जीएस
जासं, कौशांबी : जिला मुख्यालय मंझनपुर में कचहरी के पास करोड़ों की विवादित भूमि आराजी संख्या 63 की पैमाइश शनिवार को अपर जिलाधिकारी की मौजूदगी में राजस्व कर्मियों ने किया। संशोधित नक्शा के अनुसार डेढ़ घंटे पैमाइश के बाद स्पष्ट हुआ कि पूर्व चेयरमैन की भूमि सड़क के इस पार है। वहां पर ग्रामसभा की भूमि नहीं है। पैमाइश के बाद अफसरों ने मकान निर्माण की अनुमति भी दे दी है।
जासं, कौशांबी : जिला मुख्यालय मंझनपुर में कचहरी के पास करोड़ों की विवादित भूमि आराजी संख्या 63 की पैमाइश शनिवार को अपर जिलाधिकारी की मौजूदगी में राजस्व कर्मियों ने किया। संशोधित नक्शा के अनुसार डेढ़ घंटे पैमाइश के बाद स्पष्ट हुआ कि पूर्व चेयरमैन की भूमि सड़क के इस पार है। वहां पर ग्रामसभा की भूमि नहीं है। पैमाइश के बाद अफसरों ने मकान निर्माण की अनुमति भी दे दी है।
जनपद न्यायालय के सामने करीब दो बीघे भूमि का विवाद काफी दिनों से चल रहा है। एक जनवरी को जिला बार एसोसिएशन के महामंत्री लक्ष्मी त्रिपाठी की अगुवाई में दर्जनों अधिवक्ताओं ने मौके पर पहुंचकर विरोध किया। कहा कि जहां पर निर्माण कार्य कराया जा रहा है। वहां आराजी 62 ग्रामसभा की भूमि है। इसी को लेकर दोनों पक्षों में मारपीट हुई। तभी से अधिवक्ता हड़ताल कर रहे हैं। मामले को गंभीर देकर कर अपर जिलाधिकारी राकेश कुमार श्रीवास्तव ने शनिवार की दोपहर करीब 12 बजे राजस्व टीम व पुलिस बल के साथ मौके भूमि की पैमाइश कराई। मंझनपुर एसडीएम सतीशचंद्र व हल्का लेखपाल ओपी गुप्ता का कहना है कि इस स्थान पर ग्रामसभा की भूमि नहीं है। मनमानी तरीके से पैमाइश पर अधिवक्ता नाराज
जिला बार एसोसिएशन के महामंत्री लक्ष्मी त्रिपाठी का कहना है कि विवादित भूमि की पैमाइश करने के लिए अधिवक्ताओं ने डीएम से मांग की थी। शनिवार को उक्त भूमि की पैमाइश की जाएगी। इस संबंध में सूचना नहीं दी गई है। अधिवक्ताओं के गैर मौजूदगी में मनमाने तरीके से पैमाइश की गई है। ग्रामसभा की भूमि आराजी संख्या 62 कहां है। इसकी खोज प्रशासन को करनी होगी। कहा कि पुन: पैमाइश के लिए मंडलायुक्त से मांग की जाएगी। चौथे दिन भी चली अधिवक्ताओं की हड़ताल
जासं, कौशांबी : जिला मुख्यालय मंझनपुर स्थित कचहरी के समीप विवादित भूमि पर निर्माण को लेकर उपजे विवाद के बाद अधिवक्ताओं ने चौथे दिन शनिवार को भी हड़ताल जारी रखा। अधिवक्ताओं की मांग रही कि भूमि की पैमाइश कराकर ग्राम सभा की भूमि को सुरक्षित किया जाए और मारपीट व लूटपाट के आरोपित नरेश चंद्र समेत अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी की जाए। इसके लिए जिला जज को ज्ञापन भी दिया जा चुका है। शनिवार को भी जारी रहे हड़ताल के कारण वकीलों ने न्यायिक कार्य नहीं किया। इससे वादकारियों को परेशानी उठानी पड़ी। मुकदमें की पैरवी के लिए आए वादकारी हड़ताल के चलते मायूस लौट गए। जिला मुख्यालय मंझनपुर में कचहरी के पास भूमि अराजी संख्या 63 की पैमाइश संशोधित नक्शा के आधार पर कराई गई। जहां पर निर्माण कराया जा रहा है। वह आराजी संख्या 63 ही है। उक्त भूमि पूर्व चेयरमैन नरेशचंद्र केशरवानी के नाम दर्ज है।
राकेश कुमार श्रीवास्तव, एडीएम।