गणतंत्र दिवस में प्रदर्शित हथियार से सीमा पर करें वार
जासं, कौशांबी : मंझनपुर कस्बे में सोमवार को मदरसा दारूल ऊलूम इमाम अहमद रजा ने निकाला जुलूस निकला। कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले का विरोध करते हुए सिर के बदले सिर चाहिए के नारे लगाया। गणतंत्र दिवस में प्रदर्शित किए हथियारों से सीमा पर वार किए जाने की मांग की है।
जासं, कौशांबी : मंझनपुर कस्बे में सोमवार को मदरसा दारूल ऊलूम इमाम अहमद रजा ने निकाला जुलूस निकला। कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले का विरोध करते हुए सिर के बदले सिर चाहिए के नारे लगाया। गणतंत्र दिवस में प्रदर्शित किए हथियारों से सीमा पर वार किए जाने की मांग की है।
नगर पंचायत अध्यक्ष महताब आलम ने कहा कि आतंकी हमले में खून से सने शहीदों के शव को देखने के बाद भी आतंकी ¨जदा बचे तो गणतंत्र दिवस पर हथियारों को प्रदर्शन करना मायने नहीं रखता। सरकार को सैनिकों की मौत के बाद कठोर कदम उठाना चहिए। इसके लिए अब इंतजार करना देश के लोगों के साथ धोखा है। सहायक अध्यापक मोहम्मद मुस्तफा देश की माताएं, बहनें व पिता ने अपने बेटों को सरहद की रक्षा के लिए उनका माथ चूमकर भेजा है। आज जिस हालत में उनका शव परिवार के लोगों को मिला है माथ चूमना तो दूर चेहरा तक देखने को नहीं मिला। अब इससे बड़ी घटना क्या होगी। पूरा देश इस घटना को लेकर सरकार की ओर देख रहा है। इसके लिए ¨नदा नहीं एक और सर्जिकल स्ट्राइक की जरूरत है। जब तक सारे आतंकी समाप्त न हो जाए तब तक इस अभियान की जरूरत है। आतंकी चैन से बैठे तो यह सवा करोड़ देशवासियों के लिए लानत की बात होगी। इस दौरान मदरसे के छात्रों के साथ ही कस्बे के तमाम लोग जुलूस में शामिल होकर सरकार से कठोर कदम उठाने की मांग करते रहे। चक नगर से निकला जुलूस डीएम कार्यालय पहुंचा। वहां उन्होंने अपनी मांगों का ज्ञापन डीएम को दिया। शहीदों के बदले के लिए उठी पुकार
जासं, कौशांबी : मूरतगंज स्थित विश्वनाथ प्रसाद महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने सोमवार को कस्बे में जुलूस निकाल कर आतंकी हमले का विरोध किया है। उन्होंने इसको लेकर सरकार से अब वार्ता नहीं बदला लेने की मांग की है।
प्रबंधक सुनील केसरवानी ने कहा कि देश की सीमा की रक्षा करने वालों पर हमले हुए है। जो हमारे लिए अपनी जान की परवाह नहीं कर रहे। अब उनके लिए देश को सोचना होगा। देश आज एकजुट है। सरकार से केवल इतना कह रहा है कि कोई कठोर फैसला कर लिया जाए। विद्यार्थियों ने हाथों में झंडा वैनर लेकर कस्बे के लोगों को इसके लिए संगठित होने की बात कहते हुए सरकार से हर नागरिक की ओर से सैनिकों की शहादत के लिए फैसला व बदला लेने के मांग किए जाने की बात कही। इस दौरान वह देश की एकता व अखंडता को बनाए रखने और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की। इस मौके पर प्राचार्य कन्हाईलाल, रिशु केसरवानी, ज्ञानेश्वर त्रिपाठी, अशोक तिवारी, राकेश मिश्र, स्नेहलता, आनंद कुमार पाल, छात्र दीपक कुमार वर्मा, कामरान अहमद, शिवाजी ¨सह, विजय कुमार, पंकज कुशवाहा आदि मौजूद रहे। सब इंस्पेक्टर ने दिया एक हफ्ते का वेतन
संसू, चायल : पिपरी कोतवाली में तैनात सबइंस्पेक्टर मनोज तोमर ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा के आतंकी हमले शहीद हुए सैनिकों के परिजनों को एक हप्ते का वेतन देने के लिए पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता को पत्र लिखा है। हालांकि पुलिस महकमे के सभी कर्मचारी अपने एक दिन का वेतन शहीदों के शोकसंतप्त परिजनों के कल्याणार्थ में देंगे। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा में शहीद हुए सैनिकों के परिजनों की मदद में सभी को बढ़चढ़ कर आगे आना चाहिए। शहीदों की याद में निकाले कैंडल मार्च
संसू, अझुवा : आतंकवादी हमले में हुए शहीद जवानों को कृष्णा देवी शीतला प्रसाद कानेमई, एसपी त्रिपाठी पब्लिक स्कूल में रैली निकालकर श्रद्धांजलि दी। जिसमें सभी छोटे बड़े बच्चे और स्कूल के शिक्षक ने भी हिस्सा लिया। उम्मीद है कि सरकार जवानों के बलिदान को बेकार नहीं जाने दिया जाएगा। डॉ. नमोनारायण ने कहा कि भारतीय जवान हमारी आन बान शान है। देश आतंकवाद को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। इस घटना ने देशवासियों को हिला कर रख दिया है। पाकिस्तान को उसी की भाषा मे समझाना होगा। सख्त कार्रवाई की जाए व विश्व स्तर पर पाकिस्तान का बहिष्कार होना चाहिए। सीआरपीएफ के जवानों की शहादत का जवाब मुंह तोड़ देना चाहिए। रैली में संजय ¨सह, अनूप ¨सह, संजीव कुमार आदि लोग मौजूद रहें।
इसी प्रकार सामाजिक कार्यकर्ता मुकुल शुक्ल की अगुवाई में शुक्ल का पुरा चौराहे पर कैंडल मार्च निकाल कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गयी। इस दौरान पाकिस्तान विरोधी नारे लगाते हुए। आतंकवादियों पुतला दहन किया गया।