गणेश भगवान के मूर्ति विसर्जन में झूमे श्रद्धालु
भादों माह में गणेश चतुर्थी पर जगह-जगह पूजा पंडाल लगाकर गणेश भगवान की विशाल मूर्तियां स्थापित की गईं। लोगों ने पूरे मनोभाव से पूजन अर्चन किया। अपनी-अपनी श्रद्धा से लोगों ने तीन पांच और 11 दिनों तक गाजे-बाजे से उनको स्थापित रखा और फिर तय समय पर विसर्जन किया।
भादों माह में गणेश चतुर्थी पर जगह-जगह पूजा पंडाल लगाकर गणेश भगवान की विशाल मूर्तियां स्थापित की गईं। लोगों ने पूरे मनोभाव से पूजन अर्चन किया। अपनी-अपनी श्रद्धा से लोगों ने तीन, पांच और 11 दिनों तक गाजे-बाजे से उनको स्थापित रखा और फिर तय समय पर विसर्जन किया।
चायल तहसील क्षेत्र के कसेंदा गांव में सेवादार आकाश यादव की अगुवाई में मोहल्ले के लोगों ने गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की थी। चार दिनों तक फिजिकल डिस्टेंस का पालन करते हुए भक्ति भाव से गांव के लोगों ने पूजा अर्चना करने के बाद पांचवे दिन गुरुवार को शाम चार ट्राली पर मूर्ति रख लोग विसर्जन के लिए निकल पड़े। गाजे-बाजे के साथ हाथ से गुलाल उड़ाते हुए सभी भक्ति में लीन हो गए। गांव की ज्योति, स्वाती, प्रीती, चांदनी, शिल्पी के साथ महिलाओं ने भक्ति गीतों पर नृत्य किया। सभी भक्त मूर्ति को लेकर ससुर खदेरी नदी पहुंचे। वहां जय गणेश और गणपति बप्पा मोरिया के जयकारों के बीच मूर्ति विसर्जन किया। इस दौरान फुर्ती लाल, सुग्गी लाल, सुनील कुमार, रोहित कार्यक्रम में शामिल रहे।