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गहराया कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का विवाद

कौशांबी । कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय मंझनपुर में तैनात शिक्षिकाओं के बीच किसी न किसी बात को लेकर विवाद होता रहता है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 26 Aug 2017 10:45 PM (IST)Updated: Sat, 26 Aug 2017 10:45 PM (IST)
गहराया कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का विवाद
गहराया कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का विवाद

कौशांबी । कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय मंझनपुर में तैनात शिक्षिकाओं के बीच किसी न किसी बात को लेकर अक्सर विवाद होता रहता है।

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शनिवार को विवाद गहराया गया जब एक शिक्षिका करीब एक दर्जन से अधिक छात्राओं को लेकर एक घंटे तक गायब रहीं। बिना बताए विद्यालय से बाहर ले जाने के मामले में वार्डन ने डायल 100 पुलिस व कोतवाली पुलिस को तहरीर दी है। विद्यालय पहुंचकर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जांच की। पुलिस ने उनकी तहरीर को लेकर कोई कदम नहीं उठाया। वार्डन मुदिता शुक्ला ने कहना कि बच्चों को बिना सूचना दिए विद्यालय से बाहर ले जाना गंभीर मामला है। शिक्षिका पर कार्रवाई के लिए एसपी के पास भी जाएंगे।

बेसिक शिक्षा अधिकारी से शिक्षिका ने सुविधा न देने की शिकायत

कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में तैनात शिक्षिका जया सुबह करीब आठ बजे एक दर्जन छात्राओं को लेकर बिना किसी को जानकारी दिए बेसिक शिक्षा अधिकारी एमआर स्वामी के आवास पहुंच गई। उन्होंने वार्डन पर छात्राओं को सुविधा न देने का आरोप लगाया।

छात्रओं को मिलेगी आवश्यक सामग्री

शिक्षिका व बच्चों की शिकायत पर बेसिक शिक्षा अधिकारी एमआर स्वामी जांच के लिए विद्यालय पहुंचे। उनका कहना है विद्यालय में बच्चों को सफाई के लिए कोई सामग्री नहीं मिल रही है। इसके साथ ही विद्यालय परिसर में चारों ओर पानी भरा है। जिन कमरों में छात्राएं रहती हैं वहां पानी टपक रहा है। इस पर छात्राओं को दूसरे कमरे में शिफ्ट कर दिया गया है। जो भी जरूरी सामना है उसकी लिस्ट मांगी गई है। वह छात्राओं को उपलब्ध करा दी जाएगी।

अधिकारियों के दबाव में कस्तूरबा गांधी के कर्मचारी

कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में तैनात सभी कर्मचारी संविदा में काम कर रहे हैं। ऐसे में उनकी संविदा बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में तैनात कर्मचारियों के दबाव में रहती है। माना जा रहा इसके कारण वहां विभागीय काम पूरी इमानदारी से नहीं हो पाता। जिसका खामियाजा बच्चों को भुगताना पड़ता है।


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