बालू खनन को लेकर महेवा घाट में सक्रिय हुआ साइकिल गैंग, तीन सौ लोग कर रहे यमुना नदी से अवैध खनन
जिले में बालू के अवैध खनन के लिए तस्कर तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। इन दिनों महेवा घाट क्षेत्र के यमुना घाटों में साइकिल गैंग चर्चा का विषय बना हुआ है। सुबह से देर शाम तक साइकिल की मदद से बालू को बोरियों में भरकर चिह्नित स्थान पर ले जाकर डंप किया जा रहा है। इस काम में ढाई से तीन सौ साइकिल सवार लगे हुए हैं।
कौशांबी। जिले में बालू के अवैध खनन के लिए तस्कर तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। इन दिनों महेवा घाट क्षेत्र के यमुना घाटों में साइकिल गैंग चर्चा का विषय बना हुआ है। सुबह से देर शाम तक साइकिल की मदद से बालू को बोरियों में भरकर चिह्नित स्थान पर ले जाकर डंप किया जा रहा है। इस काम में ढाई से तीन सौ साइकिल सवार लगे हुए हैं। माना जा रहा है कि दो से तीन ट्रैक्टर बालू हर दिन इकट्ठा किया जा रहा है। सबकुछ जानते हुए भी अनजान बनी क्षेत्रीय पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में है।
महेवा घाट थाना के सरहद पर यमुना नदी बहती है। नदी किनारे महेवाघाट, दलेलागंज घाट, शाहपुर, मुबारकपुर, रामनगर आदि घाट हैं। इन दिनों बालू के खनन पर महेवा घाट क्षेत्र में रोक लगाई गई है। ऐसे में ठेकेदारों ने अवैध खनन का नया तरीका अपनाया है। इसके लिए साइकिल सवार मजदूरों को प्रतिदिन मजदूरी दी जाती है। साइकिल सवार मजदूर भोर से ही अपनी साइकिलों में सीमेंट की बोरियां लाद लेते हैं और घाट किनारे पहुंचकर बोरियों में बालू को भरते हैं। एक साइकिल में छह से 10 बोरी तक लादी जाती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सुबह से शाम तक एक व्यक्ति कम से कम सौ से डेढ़ सौ फिट बालू चिह्नित स्थान पर डंप कर देता है। करीब ढाई सौ से तीन सौ साइकिल सवार लोगों के इस खेल से नजदीकी पुलिस अनजान बनी हुई है। मजेदार बात तो यह है कि थाना के बगल से ही यमुना नदी का पुल पार करते हुए तमाम लोग चित्रकूट के राजापुर तक बालू ले जाते हैं। साइकिल गैंग के इस खेल को लेकर उदासीनता बरत रही पुलिस सवालों के घेरे में है। ठेकेदार बना सिपाही कर रहा वसूली
महेवा घाट के यमुना घाटों पर बालू के अवैध खनन के लिए सक्रिय हुए साइकिल गैंग का ठेकेदार स्थानीय थाने का सिपाही बना हुआ है। चर्चा है कि सिपाही बालू ढोने वाले प्रति साइकिल सवार से एक दिन का सौ रुपया वसूल कर रहा है। साथ ही उन्हें यह भी आश्वासन दे रहा है कि वह बालू डंप करे, कोई कुछ नहीं कर पाएगा। सौ रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से हर दिन साइकिल गैंग से चर्चित सिपाही 20 से 25 हजार रुपये वसूल कर रहा है। वहीं इस संबंध में जानकारी के लिए इंस्पेक्टर विनोद कुमार सिंह से बातचीत करने का प्रयास किया गया, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। इस बारे में अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर का कहना है कि बिना टेंडर के किसी भी माध्यम से बालू का खनन अवैध माना जाता है। फिलहाल बीते दिनों बढ़े जलस्तर के कारण नदियों में पानी अधिक है। ऐसे में यदि लोग अवैध खनन कर साइकिल से बालू लेकर जा रहे हैं और उनसे थाने का सिपाही वसूली कर रहा है तो इसकी जांच कराई जाएगी। दोषी पाए जाने पर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई भी कराई जाएगी।