शुरू होने से पहले ही बंद हुआ नाली का निर्माण
जासं, कौशांबी : सरसवां विकास खंड के बैरमपुर गांव में घरों से निकलने वाला पानी सड़क पर जमा हो है। इससे गांव की गलियां कीचड़ से भर गई हैं। ग्रामीणों ने अधिकारियों से शिकायत की तो नाली निर्माण की योजना बनी। साथ ही तय हुआ की नाली गांव के तालाब में जोड़ दी जाएगी। अब इसको लेकर एक दबंग ने रोड़ा लगा दिया है। नाली का निर्माण होने से पहले ही वह बंद हो गया है। परेशान ग्रामीण अब इसको लेकर दोबारा अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। वह इसके पीछे तालाब पर कब्जे की साजिश बता रहे है।
जासं, कौशांबी : सरसवां विकास खंड के बैरमपुर गांव में घरों से निकलने वाला पानी सड़क पर जमा हो है। इससे गांव की गलियां कीचड़ से भर गई हैं। ग्रामीणों ने अधिकारियों से शिकायत की तो नाली निर्माण की योजना बनी। साथ ही तय हुआ की नाली गांव के तालाब में जोड़ दी जाएगी। अब इसको लेकर एक दबंग ने रोड़ा लगा दिया है। नाली का निर्माण होने से पहले ही वह बंद हो गया है। ग्रामीणों ने शिकायत दोबारा की तो अधिकारियों ने इसके पीछे तालाब पर कब्जे की साजिश बता रहे है।
बैरमपुर गांव में जल निकाली का रास्ता न होने से घरों से निकलने वाला पानी गलियों में जमा हो गया है। गांव के राधे कृष्ण, रविशंकर मिश्र, इंद्रनारायण, लल्लूराम, मनोज, प्रेमशंकर व रामऔतार आदि ने इसको लेकर एसडीएम से शिकायत की थी। एसडीएम ने खंड विकास अधिकारी नेवादा को समस्या के निस्तारण का आदेश दिया। इस पर ग्राम पंचायत अधिकारी सहित ग्राम समिति के नामित सदस्य रवीशंकर, महेंद्रपाल व कुलदीप द्विवेदी ने चैंबर युक्त नाली निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया। यह नाली गांव के धम्मा सरोज के घर के पास से गांव के पश्चिम स्थित एक गड़ही तक जानी थी। गांव में नाली निर्माण का कार्य शुरू होता। इससे पहले गांव के एक दबंग ने रोड़ा लगा दिया। अब परेशान लोग इसे लेकर दोबारा अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। पीड़ितों की माने तो गांव की गड़ही (तालाब) पर कुछ लोग कब्जा कर रहे हैं। अगर उसमें पानी जाने लगा तो वह कब्जा नहीं कर सकते। ऐसे में वह गड़ही में पानी जाने का विरोध करते हुए निर्माण रोक रहे हैं। ग्रामीणों ने अधिकारियों से सख्ती के साथ निर्माण कराते हुए गलियों को जलभराव की समस्या से मुक्त कराने की मांग की है।