छतरपुर के व्यापारी ने 60 हजार में खरीदा सबसे महंगा खच्चर
संसू, मूरतगंज : मूरतगंज के मेला बाग में लगे दो दिवसीय भदई मेले का समापन हो गया है। मेले के दूसरे दिन देशभर से आए व्यापारियों ने घोड़ा, घोड़े, गधे और खच्चर की खरीदारी की। इसमें राजस्थान से आया खच्चर सबसे महंगा 60 हजार रुपये का बिका। इसे मध्य प्रदेश के छतरपुर के व्यापारी राजू ¨सह ने खरीदा है। उनका कपड़ा धुलाई का कारोबार है और कपड़े ढोने के लिए खच्चर लिया है। इसके अलावा इस मेले में दर्जनों घोड़े, गधे और खच्चर दूसरे राज्य के व्यापारी ले गए हैं।
संसू, मूरतगंज : मूरतगंज के मेला बाग में लगे दो दिवसीय भदई मेले का समापन हो गया है। मेले के दूसरे दिन देशभर से आए व्यापारियों ने घोड़ा, घोड़े, गधे और खच्चर की खरीदारी की। इसमें राजस्थान से आया खच्चर सबसे महंगा 60 हजार रुपये का बिका। इसे मध्य प्रदेश के छतरपुर के व्यापारी राजू ¨सह ने खरीदा है। उनका कपड़ा धुलाई का कारोबार है और कपड़े ढोने के लिए खच्चर लिया है। इसके अलावा इस मेले में दर्जनों घोड़े, गधे और खच्चर दूसरे राज्य के व्यापारी ले गए हैं।
मूरतगंज में दशकों से भदई मेला लग रहा है। इस मेले में खासकर गधे और खच्चर की बिक्री होती है। बदले दौर में पहले की अपेक्षा अब गधे और खच्चर का व्यापार फीका हो गया है। देर शाम तक खरीदारी चलती रही। यहां पर खरीदारी करने के लिए जम्मू, बिहार, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा से व्यापारी आए थे। मेला प्रबंधन ने बताया कि सबसे ज्यादा गधे और खच्चर पंजाब और हरियाणा के व्यापारियों ने खरीदे हैं। जम्मू से आए व्यापारी एक दर्जन खच्चर ले गए हैं। उन्होंने ने बताया कि यहां पर राजस्थान, महाराष्ट्र और यूपी के कुछ जिलों से गधे और खच्चर बेचने के लिए लाए गए थे। मेले में आए कुछ व्यापारी निराश होकर लौट गए। गढ़वा गांव व्यापारी हलील उल्ला ने बताया कि वह बेचने के लिए 10 गधे लाए थे लेकिन रेट अच्छा न मिलने के कारण उसे नहीं बेच रहे हैं। वहीं श्याम नारायण ने बताया कि यहां पर उनके मवेशी बिक गए है। खपर खंदेरवा गांव से आए केशवलाल ने बताया कि वह पिछले 10 वर्षों से गधों और खच्चरों की खरीदारी कर रहे हैं।