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फार्मासिस्ट व वार्ड ब्वाय के सहारे कसेंदा अस्पताल

संसू कसेंदा नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉक्टर व कुछ स्वास्थ्य कर्मी नियमित अस्पताल नहीं आते हैं। वहां पर तैनात फार्मासिस्ट व वार्ड ब्वाय के हवाले अस्पताल की व्यवस्था है। इससे मरीजों को काफी असुविधा हो रही है। सोमवार की सुबह 1030 बजे दैनिक जागरण टीम अपने अभियान के तहत अस्पताल पहुंची तो फार्मासिस्ट शिव प्रकाश सिंह व वार्ड ब्वाय आरिफ अस्पताल में मौजूद थे। प्रभारी चिकित्सक व सहायक चिकित्सक व महिला चिकित्सक अनुपस्थित मिले।

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Jul 2019 11:17 PM (IST)Updated: Wed, 17 Jul 2019 06:29 AM (IST)
फार्मासिस्ट व वार्ड ब्वाय के सहारे कसेंदा अस्पताल
फार्मासिस्ट व वार्ड ब्वाय के सहारे कसेंदा अस्पताल

संसू, कसेंदा : नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात डॉक्टर व कुछ स्वास्थ्य कर्मी नियमित अस्पताल नहीं आते हैं। वहां पर तैनात फार्मासिस्ट व वार्ड ब्वाय के हवाले अस्पताल की व्यवस्था है। इससे मरीजों को काफी असुविधा हो रही है। सोमवार की सुबह 10:30 बजे दैनिक जागरण टीम अपने अभियान के तहत अस्पताल पहुंची तो फार्मासिस्ट शिव प्रकाश सिंह व वार्ड ब्वाय आरिफ अस्पताल में मौजूद थे। प्रभारी चिकित्सक व सहायक चिकित्सक व महिला चिकित्सक अनुपस्थित मिले।

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क्षेत्रीय लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कसेंदा में नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोला गया है। लोगों की माने तो यहां के डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों के आने-जाने का समय नहीं है। इससे लोगों को असुविधा हो रही है। सोमवार को जागरण टीम अस्पताल की पड़ताल करने पहुंची तो वहां पर अव्यवस्था का आलम था। इलाज के लिए काठगांव, बिलासपुर, चिरला मुंजप्ता, खटांगी, गांजा, तलरी, तियरा, कसेंदा आदि गांव के लोग आए हुए थे। अस्पताल में प्रभारी चिकित्सक डॉ. अजय कुशवाहा सहायक चिकित्सक महिला चिकित्सक डॉ. पूनम गायब मिले। कुछ मरीज डॉक्टर के आने का इंतजार कर रहे थे। अस्पताल के अधिकतर कमरे कचड़े से भरा है। महिला व पुरुष किसी भी कमरे में कोई बेड भी नहीं था। शौचालय भी टूटे फूटे हैं। दो शौचालय के दरवाजे टूटे हैं। इमरजेंसी भी कबाड़ भरा हुआ है। नहीं है इमरजेंसी व प्रसव सुविधा

नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य कसेंदा में प्रसव व गंभीर बीमारी से निपटने के इमरजेंसी सुविधा नहीं है। गंभीर बीमारी के इलाज व प्रसव सुविधा के लिए चायल व नेवादा पीएचसी जाना पड़ता है। बलहेपुर निवासी अशोक कुमार, मंजीत यादव, गुड्डू , विनोद ने बताया कि अस्पताल में छोटी बीमारी का ही इलाज सही से नहीं होता है। जिले की स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास किया गया जा रहा है। नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य कसेंदा में तैनात चिकित्सक नहीं थे तो उनसे जवाब मांगा जाएगा। यदि जवाब संतोष जनक न हुआ तो कार्रवाई की जाएगी।

डॉ. पीएन चतुर्वेदी, सीएमओ।


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