भारत बंद का नहीं दिखा असर, किसान संगठनों ने प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन
केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि बिल के विरोध में दस माह से दिल्ली बार्डर पर किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में किसान संगठन व राजनैतिक दलों ने सोमवार को भारत बंद का एलान किया था लेकिन जिले में बंदी का असर नहीं दिखा। सुबह से शाम तक दुकानें खुली रही। सपा समेत अन्य संगठनों के पदाधिकारियों सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया।
कौशांबी। केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि बिल के विरोध में दस माह से दिल्ली बार्डर पर किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में किसान संगठन व राजनैतिक दलों ने सोमवार को भारत बंद का एलान किया था, लेकिन जिले में बंदी का असर नहीं दिखा। सुबह से शाम तक दुकानें खुली रही। सपा समेत अन्य संगठनों के पदाधिकारियों सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस प्रमुख चौराहों पर तैनात है।
किसान नेताओं के आवाहन समाजवादी पार्टी समेत विभिन्न राजनैतिक दल के नेताओं ने भारत बंद का समर्थन किया था। किसान नेताओं के बंदी का असर जिले में नहीं दिखाई पड़ा है जिला मुख्यालय मंझनपुर मुख्यालय चौराहे, मूरतगंज, चायल के भैरो भीटी , उदहिन समेत अन्य स्थानों ने संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। भाकियू के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने मंझनपुर स्थित जिला पंचायत परिसर में प्रदेश अध्यक्ष नूरुल इस्लाम की अगुवाई में प्रदर्शन किया। इसी प्रकार केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन किसान अध्यादेश विधेयकों की वापसी की मांग को लेकर समर्थ किसान पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ता सड़क पर उतरे और नारेबाजी करते हुए उदहिन बाजार की दुकानें बंद कराई। पार्टी नेता अजय सोनी की अगुवाई में किसान विधेयक वापस लो..वापस लो..के नारों लगाए। संयुक्त किसान मोर्चा के 'भारत बंद' के समर्थन में विधान सभा चायल के भैरो भीटी चौराहा पर प्रर्दशन किया। इसके बाद मूरतगंज में किसान के साथ उनके साथ मूरतगंज में जुलूस निकाल कर उनका साथ दिया। जुलूस का विकास खंड मुख्यालय में समापन हुआ। इस दौरान पदाधिकारियों ने ज्ञापन भी सौंपा इस मौके पर राकेश सिंह पटेल अमरीश दिवाकर, शुभम भारतीय, शालू यादव, सरदार व किसान यूनियन के पदाधिकारी मौजूद रहे।