केले के चिप्स व आचार से महिलाएं सुधारेंगी आर्थिक स्थिति
प्रदेश के सरकार के निर्देश पर उद्यम समागम एवं वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोजेक्ट योजना से बेरोजगारों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए दो दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसके जन प्रतिनिधि अधिकारी व उद्यमियों ने जानकारी दी। अंतिम दिन जिला उद्योग विभाग की ओर से दस महिलाओं को एक-एक लाख रुपये ऋण की स्वीकृत दी गई।
जासं, कौशांबी : प्रदेश के सरकार के निर्देश पर उद्यम समागम एवं वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोजेक्ट योजना से बेरोजगारों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए दो दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इसके जन प्रतिनिधि, अधिकारी व उद्यमियों ने जानकारी दी। अंतिम दिन जिला उद्योग विभाग की ओर से दस महिलाओं को एक-एक लाख रुपये ऋण की स्वीकृत दी गई। अब वह घरेलू कार्य के साथ केले के चिप्स व आचार बनाकर अपनी आर्थिक स्थिति में बदलाव लाएगी।
जिला उद्योग केंद्र के उपायुक्त दिनेश चंद्र ने बताया कि जिले में केले की खेती बड़े पैमाने पर की जा रही है। इसके मद्देनजर कौशांबी में एक जनपद एक उत्पाद योजना के तहत केले का चयन किया गया है। केले के पौधों को प्रयोग में लाने के लिए जिले में लघु उद्योग लगाए जाएंगे। इसके लिए जिला उद्योग केंद्र की ओर से बेरोजगारों व उद्यमियों को जागरूक किया जा रहा है। कई लोग ऋण लेकर स्वरोजगार से जुड़ चुके हैं। जिन महिलाओं को स्वीकृत पत्र दिया गया है। उसमें सुमित्रा देवी पत्नी राजू सिंह, उर्मिला देवी पत्नी राजनारायण, संतोषी देवी पत्नी ओम प्रकाश, सीमा देवी पत्नी सुभाष, माधुरी देवी पत्नी हरिवंश, गीता देवी पत्नी मूलचन्द्र, चेतराम साहू पुत्र अमृत लाल व मूलचंद्र पुत्र मेवालाल शामिल है। प्रदर्शनी में उद्योग से जुड़े 40 स्टॉल लगाकर लोगों को जानकारी दी गई। व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष रमेश चंद्र अग्रहरि ने भी एक जनपद एक उत्पाद तथा उद्यम समागम के संबंध में विस्तार से जानकारी दिया। इस मौके पर व्यापार मंडल के जिला महामंत्री प्रवेश केसरवानी, लीड बैंक मैनेजर, श्रम प्रवर्तन अधिकारी शक्ति सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।