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कौशांबी में एआरटीओ गीतों के माध्यम से पढ़ा रहे ट्रैफिक नियम का पाठ

कौशांबी में तैनात सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) शंकर जी सिंह के प्रयास से यातायात नियमों के प्रति जागरूकता हादसों में कमी आ सकती है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 20 Dec 2018 01:08 PM (IST)Updated: Thu, 20 Dec 2018 03:07 PM (IST)
कौशांबी में एआरटीओ गीतों के माध्यम से पढ़ा रहे ट्रैफिक नियम का पाठ
कौशांबी में एआरटीओ गीतों के माध्यम से पढ़ा रहे ट्रैफिक नियम का पाठ

कौशांबी, जेएनएन। प्रदेश में इन दिनों यातयात माह चल रहा है। इसके तहत जिलों में विभिन्न प्रयोग हो रहे हैं। इन्हीं में कौशांबी जिले में अनूठा प्रयोग किया गया है।

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कौशांबी में तैनात सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) शंकर जी सिंह के प्रयास से यातायात नियमों के प्रति जागरूकता हादसों में कमी आ सकती है। उनका मानना है कि जागरूकता गीतों से भी आ सकती है, इसलिए लोगों को यातायात नियमों का पाठ यहां तैनात अनोखे अंदाज में पढ़ा रहे हैं। उन्होंने ट्रैफिक नियमों के पालन के प्रति प्रेरित करने वाले गीतों का एलबम बनवाकर इसे यू-ट्यूब पर लांच किया है। लोग इसे देख रहे हैं और शेयर भी कर रहे हैं। 

यातायात जागरूकता के कार्यक्रमों में भी इसे चलाया जा रहा है। एआरटीओ का कहना है कि हेलमेट नहीं पहनने और अनफिट वाहन लेकर सड़क पर चलने वालों पर जुर्माने के बाद हादसों में कमी नहीं आ रही है। हादसे तभी रुक सकते हैं जब लोग जागरूक हों। वह चेकिंग के दौरान यह बात बताते ही हैं। वाहन चालक जागरूक हों, इसके लिए उन्होंने एक गीत लिखा है। इसके बोल हैं, यातायात नियम अपनाकर, जीवन अपना सुखद बनाए। नियमों का अनुपालन करके, सारे संकट दूर भगाएं। यह गीत यू-ट्यूब पर भी चर्चित हो रहा है।

एआरटीओ कविताएं भी लिखते हैं। अब तक उनके आधा दर्जन काव्य संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं कहते हैं गीत को लांच करने के लिए पीछे मकसद यही है कि लोग हादसों में जान न गवाएं। हादसे से केवल घायल होने वाला ही नहीं, उसके पूरे परिवार का विकास थम जाता है। 


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