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भरवारी के पशु अस्पताल में रोपे गए सवा सौ पौधे

नगर पालिका भरवारी स्थित पशु चिकित्सालय में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी समेत पशु चिकित्सक व कर्मचारियों ने सवा सौ पौधे रोपित किए। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. बीपी पाठक ने कर्मचारियों को मानव जीवन में वृक्षों की महत्ता के बारे में भी बताया। अस्पताल में परिसर में आम जामुन नीम अमरूद व अर्जुन के अधिक पौधे रोपित किए गए हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 02 Aug 2019 11:32 PM (IST)Updated: Sat, 03 Aug 2019 06:25 AM (IST)
भरवारी के पशु अस्पताल में रोपे गए सवा सौ पौधे
भरवारी के पशु अस्पताल में रोपे गए सवा सौ पौधे

संसू, भरवारी : नगर पालिका भरवारी स्थित पशु चिकित्सालय में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी समेत पशु चिकित्सक व कर्मचारियों ने सवा सौ पौधे रोपित किए। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. बीपी पाठक ने कर्मचारियों को मानव जीवन में वृक्षों की महत्ता के बारे में भी बताया। अस्पताल में परिसर में आम, जामुन, नीम, अमरूद व अर्जुन के अधिक पौधे रोपित किए गए हैं।

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डॉ. बीपी पाठक ने कहा कि पौधे रोपित करना ही हमारा कर्तव्य ही नहीं है। बल्कि मजबूरी भी है। हर व्यक्ति को पौधे रोपित कर खाद व पानी समय-समय पर देने के बाद उनकी सुरक्षा की भी जिम्मेदारी उठानी चाहिए। पर्यावरण संतुलन को बरकरार रखने के लिए हर व्यक्ति को कम से कम पांच पौधे रोपित करने चाहिए। पशु चिकित्साधिकारी डॉ. राहुल राज ने कहा कि लगातार भूजल स्तर गिरता जा रहा है। इसके पीछे कहीं न कहीं से वृक्षों की तेजी के साथ कटान भी है। यदि ऐसे ही चलता रहा तो आने वाले समय में लोग बूंद-बूंद पानी को तरसेंगे। उन्होंने मवेशियों के बारे में बताया कि अक्सर देखा जाता है कि दूध न देने वाले पशुओं को बेसहारा छोड़ दिया जाता है। इससे यह किसानों की फसल चौपट कर देते हैं। सड़कों पर इन मवेशियों की वजह से हादसे भी हो रहे हैं। अब ऐसा नहीं होगा। मवेशियों को छोड़ने वाले लोगों को चिह्नित कर प्रति पशु एक हजार रुपये की आरसी तहसील प्रशासन की ओर से काटी जाएगी। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि जिले में कुल 35 अस्थाई गो आश्रय स्थल बनाए गए हैं। इनमें कुल 26 सौ पशु संरक्षित किए गए हैं जिसमें सात आश्रय स्थल नगर क्षेत्र व 28 ग्राम सभाओं में बनाए गए हैं। यदि मवेशी दूध देना छोड़ रहे हैं तो उन्हें गोशाला पहुंचाएं न कि सड़क पर ऐसे ही छोड़ दें।


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