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पांच माह से फुंका कृषि फीडर, जुगाड़ से मिल रही बिजली

ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों की सिचाई के लिए नियमित व समय से बिजली मिल सके इसके लिए कुछ सब स्टेशन में अलग से कृषि फीडर बनाया गया है। यहां से केवल नलकूपों को ही बिजली की आपूर्ति होती है। अलग फीडर के कारण नियमित आपूर्ति मिलती रहे ऐसी योजना थी लेकिन कमालपुर सब स्टेशन के अलीपुरजीता का कृषि फीडर पांच माह से फुंका है। किसानों की मांग के बाद भी बिजली विभाग ने समस्या का समाधान नहीं कराया। इसके कारण किसानों को पर्याप्त मात्रा में बिजली नहीं मिल पाती।

By JagranEdited By: Published: Mon, 14 Jun 2021 10:10 PM (IST)Updated: Mon, 14 Jun 2021 10:10 PM (IST)
पांच माह से फुंका कृषि फीडर, जुगाड़ से मिल रही बिजली
पांच माह से फुंका कृषि फीडर, जुगाड़ से मिल रही बिजली

जासं, कौशांबी : ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों की सिचाई के लिए नियमित व समय से बिजली मिल सके इसके लिए कुछ सब स्टेशन में अलग से कृषि फीडर बनाया गया है। यहां से केवल नलकूपों को ही बिजली की आपूर्ति होती है। अलग फीडर के कारण नियमित आपूर्ति मिलती रहे, ऐसी योजना थी, लेकिन कमालपुर सब स्टेशन के अलीपुरजीता का कृषि फीडर पांच माह से फुंका है। किसानों की मांग के बाद भी बिजली विभाग ने समस्या का समाधान नहीं कराया। इसके कारण किसानों को पर्याप्त मात्रा में बिजली नहीं मिल पाती।

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अलीपुरजीता का कृषि फीडर करीब दो साल पहले बनकर तैयार हुआ। इस फीडर से क्षेत्र के 120 नलकूपों को जोड़ दिया गया। इस फीडर से नलकूपों को प्रतिदिन कम से कम 10 घंटे की बाधित आपूर्ति मिलती थी, जिससे किसान फसलों की सिचाई सही तरीके से कर सकें। लेकिन पांच माह से अलीपुरजीता का कृषि फीडर फुंक गया है। इसके बाद नलकूपों को गांव की लाइन से जोड़ दिया गया है। इस व्यवस्था से जहां उनको कम बिजली मिलती है। साथ ही बार-बार हो रहे फाल्ट से सिचाई प्रभावित होती है। इस समस्या को लेकर किसानों ने कई बार अधिकारियों से वार्ता की, लेकिन समस्या का निदान नहीं हो सका।

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नलकूप के लिए अलग लाइन बनाई गई है। यदि इसका उपयोग न होता तो विभाग इस पर रुपये क्यों खर्च करता। इसके बाद भी स्थानीय अधिकारियों की लापरवाही से नलकूपों को अलग से आपूर्ति नहीं हो पा रही है।

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कृषि फीडर फुंक जाने से नलकूपों को गांव के अनुसार बिजली मिलती है। इसके कारण कब आपूर्ति बंद हो जाए। इसका भरोसा नहीं है। हम सब पांच माह से परेशान हो रहे हैं।

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कृषि फीडर को सही करने की मांग लंबे समय से हो रही है। करीब पांच माह से इस समस्या के होने के बाद भी अब तक अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। इसके कारण समस्या हो रही है।

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आने वाले दिनों में धान की फसल के लिए अधिक पानी की जरूरत होगी। यदि इसी प्रकार कम बिजली मिलती रही तो धान की फसल तैयार करना किसी संकट से कम नहीं होगा। अलीपुरजीता का कृषि फीडर करीब को बनवाने का प्रयास किया जा रहा है। फीडर रिले बदल कर एक सप्ताह के भीतर आपूर्ति चालू की जाएगी।

प्रभात कुमार, एसडीओ सिराथू


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