जीत के बाद 193 ग्राम पंचायत सदस्यों के खिले चेहरे
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में खाली रह गए ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए जनपद की 56 ग्राम पंचायतों शनिवार को मतदान कराया गया था। उसी मतगणना सोमवार की सुबह आठ बजे से जनपद के सभी ब्लाक मुख्यालयों में शुरू कराई गई। चुनाव में कुल 376 उम्मीदवारों ने भाग लिया था। मतगणना शुरू होने से पहले उम्मीदवार व उनके समर्थक ब्लाक मुख्यालयों में पहुंच गए। कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना संपन्न कराई गई। जीत के बाद सदस्यों का चेहरा खुशी से खिल गया और समर्थकों ने उन्हें बधाई दी।
जासं, कौशांबी : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में खाली रह गए ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए जनपद की 56 ग्राम पंचायतों शनिवार को मतदान कराया गया था। उसी मतगणना सोमवार की सुबह आठ बजे से जनपद के सभी ब्लाक मुख्यालयों में शुरू कराई गई। चुनाव में कुल 376 उम्मीदवारों ने भाग लिया था। मतगणना शुरू होने से पहले उम्मीदवार व उनके समर्थक ब्लाक मुख्यालयों में पहुंच गए। कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना संपन्न कराई गई। जीत के बाद सदस्यों का चेहरा खुशी से खिल गया और समर्थकों ने उन्हें बधाई दी।
जिला निर्वाचन अधिकारी सुजीत कुमार के निर्देश पर कड़ी सुरक्षा के बीच ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए पड़े मतों की गणना शुरू कराई गई। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी हीरालाल पाल ने बताया कि जिले के आठ ब्लाकों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद ग्राम पंचायत सदस्य के 1384 पद खाली रह गए थे। इनके लिए दोबारा मतदान की तैयारी चल रही थी। नामांकन के दौरान 1191 पद पर एक व्यक्ति ने ही नामांकन किया था। ऐसे में 1191 सदस्यों को निर्विरोध चुन लिया गया। 193 पदों के लिए शनिवार को 376 दावेदारों के लिए मतदान कराया गया था। पड़े मतों की गणना कड़ी सुरक्षा के बीच कराई गई। जीतने वाले सदस्यों को प्रमाण पत्र भी दिया गया है। सेंवथा पुरखास मार्ग पर चलना हुआ दूभर
संसू, नेवादा : चायल तहसील के नेवादा पुरखास मार्ग पर सफर करना है तो बड़ी ही सावधानी बरतनी होगी। सड़क का हाल ऐसा है कि सेंवथा से तिल्हापुर गांव तक लगभग तीन किमी सड़क पर जगह-जगह मिट्टी जमा हो गई है। इसके कारण सड़क ऊबड़ खाबड़ हो चुकी है। थोड़ी भी असावधानी हुई तो गिरना तय है। बाइक सवार अक्सर सड़क गीली होने पर फिसलकर गिर जाते हैं। ग्रामीणों ने सड़क की हालत को लेकर जनप्रतिनिधियों के साथ ही अधिकारियों से मांग की, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका।
तिल्हापुरमोड़ से पुरखास जाने वाली सड़क विकास खंड नेवादा के तिल्हापुर गांव से होकर गुजरती है। प्रयागराज के नौड़िहा घुमना घाट के बालू निकासी का परिवहन कार्य तिल्हापुर यमुना घाट से किया जा रहे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक यमुना घाट से बालू लाद कर ट्रैक्टर-ट्राली, डंपर, ट्रक आदि वाहन इसी रास्ते से होकर गुजरते हैं। इस दौरान काफी मात्रा में बालू से पानी टपकने के साथ टायर में चिपक कर मिट्टी आ जाती है। जो सड़क पर एकत्रित हो रही है। इलाके के कुलदीप सिंह, रामचंद्र, कल्याण सिंह, परसोतन लाल, लल्लन सिंह आदि लोगों ने बताया कि तिल्हापुर गांव से सेंवथा तक लगभग तीन किमी सड़क पर करीब एक फिट ऊंची मिट्टी जमा हो गई है। इन दिनों हुई बारिश से मिट्टी फिसल रही है। साथ ही सड़क पर मिट्टी के कारण व अन्य कारण से गड्ढे भी हो गए हैं। जिससे पैदल व अन्य वाहनों से चलने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है। मिट्टी गीली होने के कारण बाइक सवार अक्सर गिरकर जख्मी हो जाते हैं। अन्य कोई मार्ग न होने के कारण लोगों को जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ रहा है। ग्रामीण रामप्रताप, अरुण कुमार, अभय राज ने बताया कि उमरवल, जवई, बिगहरा, रक्सराई, खभरा, भक्तन का पुरा, पिपरहटा, सुरसेनी, सुरसेना व पुरखास आदि गांव से जुड़े इस मार्ग से सैकड़ों लोगों का आवागमन इस सड़क से होता है। इसकी हालत में सुधार के लिए अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से की, लेकिन अब तक पहल नहीं हो सकी।