तेजाब से हमले के बाद तुरंत पानी का प्रयोग हितकर
जासं कौशांबी तेजाब हमले के बाद सबसे पहले प्राथमिक उपचार पानी होता है। यदि कभी किसी पर इस प्रकार का हमला हो तो डॉक्टर के पास तक पहुंचाने से पहले पानी का प्रयोग हितकर होगा। यह बात चिकित्साधिकारी डॉ. कमलेश कुमार सिंह ने कहीं। वे विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष व जिलाजज महफूज अली के निर्देश पर बुधवार को जिला जेल में जागरूकता शिविर को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान कानूनी सलाह व अन्य विषयों को लेकर चर्चा की।
जासं, कौशांबी : तेजाब हमले के बाद सबसे पहले प्राथमिक उपचार पानी होता है। यदि कभी किसी पर इस प्रकार का हमला हो तो डॉक्टर के पास तक पहुंचाने से पहले पानी का प्रयोग हितकर होगा। यह बात चिकित्साधिकारी डॉ. कमलेश कुमार सिंह ने कहीं। वे विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष व जिलाजज महफूज अली के निर्देश पर बुधवार को जिला जेल में जागरूकता शिविर को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान कानूनी सलाह व अन्य विषयों को लेकर चर्चा की।
शिविर की अध्यक्षता करते हुए प्राधिकारण के सचिव कुलदीप सिंह ने शिकायत हुए लोगों को मिलने वाली निश्शुल्क सुविधाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि तेजाब की बिक्री पूरी के पूर्व इसको खरीदने वाले के संबंध में पूरी जानकारी रखने के साथ ही वह किस कार्य के लिए प्रयोग होगा इसकी भी जानकारी होना दुकानदार के लिए जरूरी है। बताया कि यदि 18 साल से कम आयु वर्ग के व्यक्ति को तेजाब बेचा गया है तो दुकानदार पर 50 हजार तक जुर्माना भी लग सकता है। उन्होंने तेजाब को लेकर उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के संबंध में भी जानकारी दी। जेल अधीक्षक बीएस मुकुंद ने बताया कि तेजाब के हमले के बाद सब से प्राथमिक उपचार पानी होता है। ज्ञाना यादव व शशिपाल ने महिला बंदियों को महिला हेल्पलाइन नंबर के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महिलाओं को होने वाली हर समस्याओं का हल महिला हेल्पलाइन से मिल सकता है।