विवादित भूमि पर कब्जे को लेकर अधिवक्ता लामबंद
जिला कचहरी मंझनपुर स्थित अड़तालिस खंभा के बगल पड़ी विवादित भूमि पर कब्जा रोकने को लेकर अधिवक्ता लामबंद हो गए। वहीं दूसरे पक्ष से कलेक्ट्रेट कर्मी ने उसे अपनी भूमिधरी होने का दावा किया है। अधिवक्ताओं ने जिला जज को प्रार्थना पत्र दिया है। वहीं दूसरे पक्ष ने भी डीएम व एसपी से शिकायत कर अधिवक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। भूमि पर कब्जे को लेकर दोनों पक्ष में तनातनी की स्थिति बनी हुई है।
जासं, कौशांबी : जिला कचहरी मंझनपुर स्थित अड़तालिस खंभा के बगल पड़ी विवादित भूमि पर कब्जा रोकने को लेकर अधिवक्ता लामबंद हो गए। वहीं दूसरे पक्ष से कलेक्ट्रेट कर्मी ने उसे अपनी भूमिधरी होने का दावा किया है। अधिवक्ताओं ने जिला जज को प्रार्थना पत्र दिया है। वहीं दूसरे पक्ष ने भी डीएम व एसपी से शिकायत कर अधिवक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। भूमि पर कब्जे को लेकर दोनों पक्ष में तनातनी की स्थिति बनी हुई है।
मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के भेलखा निवासी अंगद सिंह कलेक्ट्रेट कार्यालय के दैवीय आपदा पटल में लिपिक हैं। उनकी पत्नी फूला देवी ने आला अफसरों को दिए शिकायती पत्र में बताया कि अड़तालिस खंभा के बगल में आराजी संख्या 60 मि. रकबा 0.228 हेक्टेयर में भूमिधरी है। इस पर कुछ अधिवक्ता कब्जा की नीयत रख रहे हैं। दो दिन पहले वह भूमिधरी पर नींव खोदवाकर निर्माण करा रही थीं। जानकारी जब अधिवक्ताओं को हुई पहले पुलिस को भेजकर निर्माण कार्य रुकवा दिया। इसके बाद सोमवार को अधिवक्ताओं ने भूमिधरी पर अपना चेंबर बनाने की नीयत से कब्जा करने का प्रयास किया। अधिवक्ताओं के इस कृत्य को नहीं रोका गया तो उसके परिवार पर जान का खतरा बना रहेगा। वहीं मॉडल डिस्ट्रिक बार एसोसिएशन के अध्यक्ष देवशरण त्रिपाठी ने अधिवक्ताओं के साथ सोमवार को बैठक की। इसके बाद जिला जज समेत डीएम व एसपी को प्रार्थना पत्र देते हुए विवादित भूमि को बंजर बताया। अधिवक्ताओं का कहना है कि बंजर भूमि के कुछ हिस्से पर वकीलों के बैठने के लिए अड़तालिस खंभा बना है। जबकि शेष भाग खाली है। इस पर अंगद सिंह व उसके परिवार के लोग कब्जा करना चाह रहे हैं। जबकि बंजर भूमि के थोड़े हिस्से पर संघ की ओर से एक मंदिर का निर्माण भी कराया जा रहा है। इसे विपक्षी गिरवाने की धमकी दे रहे हैं। ऐसे में माहौल बिगड़ सकता है। जिला जज वीके दुबे ने इसे गंभीरता से लिया और सीजेएम से पत्र व्यवहार कर डीएम व एसपी से मामले के निस्तारण के लिए निर्देशित करने को कहा। बहरहाल विवादित भूमि को लेकर चल रहे तनातनी के माहौल को देखते हुए लोगों का मानना है कि प्रशासनिक अफसरों ने इसे गंभीरता से न लिया तो विवाद की स्थिति बढ़ सकती है।