प्राथमिक स्कूलों के बदहाल शौचालयों की बदलेगी सूरत
जासं कौशांबी परिषदीय विद्यालयों के 50 शौचालय बदहाल हैं। उनको प्रधान व सचिवों को राज्य वित्त से शौचालय के निर्माण का निर्देश दिया गया है। इसके बाद भी अब तक शौचालय बदहाल पड़े हैं। संबंधित विद्यालय के शिक्षकों ने इसकी जानकारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दी है। उन्होंने डीपीआरओ कार्यालय को इसकी जानकारी दी है। जल्द ही बदहाल शौचालयों की मरम्मत कराई जाएगी।
जासं, कौशांबी : परिषदीय विद्यालयों के 50 शौचालय बदहाल हैं। उनको प्रधान व सचिवों को राज्य वित्त से शौचालय के निर्माण का निर्देश दिया गया है। इसके बाद भी अब तक शौचालय बदहाल पड़े हैं। संबंधित विद्यालय के शिक्षकों ने इसकी जानकारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दी है। उन्होंने डीपीआरओ कार्यालय को इसकी जानकारी दी है। जल्द ही बदहाल शौचालयों की मरम्मत कराई जाएगी।
प्राथमिक विद्यालय के शौचालय बेहतर रहे। उनका प्रयोग बच्चे करें। इसको लेकर लगातार शौचालयों की स्थिति को सुधारने का काम किया जा रहा है। इसके बाद भी जिले में करीब 50 शौचालय ऐसे हैं। जिनको सुधारने के लिए वहां के जिम्मेदार कदम नहीं उठा रहे। इसके कारण अब तक शौचालय बदहाल हैं। विभागीय अधिकारियों की मानें तो प्राथमिक विद्यालय जुबरा, नारा, तेदुवारी, देवरा, परऊ मिया का पूरा आदि विद्यालयों के शौचलय प्रयोग के लायक नहीं हैं। इसको लेकर शिक्षकों ने अपनी समस्या अधिकारियों से बताया है। शौचालय का निर्माण ग्राम पंचायतों को करना है। ऐसे में शिक्षा विभाग भी कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रहा है। शौचालय की व्यवस्था को लेकर केवल कागजी घोड़े ही दौड़ रहे हैं। संबंधित विद्यालयों ने बीएसए कार्यालय को जानकारी दी। बीएसए ने डीपीआरओ कार्यालय को पत्र भेज दिया है, लेकिन बच्चें अब भी खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। बीएसए अर¨वद कुमार ने बताया कि सीडीओ की अध्यक्षता में कुछ दिनों पहले एक बैठक हुई थी। इस बैठक में डीपीआरओ व खंड शिक्षा अधिकारी शामिल थे। जहां भी इस प्रकार की समस्या है। उसको दूर करने के लिए तुरंत दोनों विभाग प्रयास करेंगे। कुछ दिनों में सभी शौचालय बेहतर हो जाएंगे।