ट्रैफिक नियमों के पालन से हादसों में आएगी कमी
ट्रैफिक नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सड़क सुरक्षा यातायात माह का प्रारंभ शुक्रवार को हुआ। मंझनपुर चौराहे में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा समेत अन्य अधिकारियों ने राहगीर व संभ्रांत लोगों ने ट्रैफिक नियमों की जानकारी दिया। बाद में डीएम ने सुरक्षा नियमों के प्रति शपथ भी दिलाई।
जासं, कौशांबी : ट्रैफिक नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सड़क सुरक्षा यातायात माह का प्रारंभ शुक्रवार को हुआ। मंझनपुर चौराहे में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा समेत अन्य अधिकारियों ने राहगीर व संभ्रांत लोगों ने ट्रैफिक नियमों की जानकारी दिया। बाद में डीएम ने सुरक्षा नियमों के प्रति शपथ भी दिलाई।
जिलाधिकारी ने बताया कि सड़क दुघर्टना में कमी लाने के लिए यातायात नियमों का पालन करना अति आवश्यक है। नशे की हालत में वाहन चलाना सबसे खतरनाक है। वाहन चलाते समय नशे का सेवन न करें। एआरटीओ शंकर जी सिंह ने कहा कि वाहन चलाते समय सीट बेल्ट व हेलमेट का प्रयोग जरूर करें। वाहन निर्धारित गति सीमा के अंदर ही चलाएं। अगले वाहन से कम से कम 20 फिट की दूरी अवश्य बनाए रखें। जब तक अगले वाहन से संकेत न मिले, तब तक ओवरटेक न करें। यातायात निरीक्षक आरके त्रिपाठी ने कहा कि चालक यातायात संकेतों का पालन अवश्य करें। सड़क मोड़ पर आवश्यकतानुसार हार्न, इंडीकेटर व रात्रि में डिपर का प्रयोग करें। प्रत्येक वाहन चालक प्रदूषण की नियमित जांच कराएं और रेलवे क्रासिग बंद होने की दशा में उसे पार करने का प्रयास न करें। डीएम ने दिलाई शपथ
जिलाधिकारी ने शपथ दिलाते हुए कहा कि 18 वर्ष के बाद व ड्राइविग लाइसेंस के साथ ही वाहन चलाएंगे। हम बिना हेलमेट के बाइक व स्कूटर नहीं चलाएंगे। वाहन चलाते समय सीट बेल्ट का अनिवार्य रूप से प्रयोग करेंगे तथा अन्य को भी प्रयोग के लिए प्रेरित करेंगे। हम वयस्क होने के पश्चात वाहन चलाते समय पैदल व साइकिल यात्रियों को सम्मान प्रदान करेंगे। हम कभी भी नशे की स्थिति में वाहन का संचालन नहीं करेंगे। हम वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग नहीं करेंगे। हम वाहनों पर स्टंट आदि नहीं करेंगे। हम तेज गति से वाहन नहीं चलाएंगे। 100 नंबर दे सूचना तत्काल
अपर पुलिस अशोक कुमार ने बताया कि सड़क दुघर्टना में कमी लाने के लिए लोगों को यातायात के नियमों का पालन करना होगा। कहा कि दुर्घटना की सूचना 100 नंबर पर तत्काल पुलिस को दें, जिससे मौके पर पहुंचकर पुलिस मदद करें। दुघर्टना के समय मौजूद लोगों को दायित्व बनता है कि वह घायलों को अस्पताल पहुंचाएं।