Move to Jagran APP

फाइलों तक ही सिमटी गोशाला बनाने की कार्य योजना

जासं, कौशांबी : गोवंश के संरक्षण के लिए सभी जनपद में गोशाला का संचालन करने के लिए शासन ने जिलाधिकारी को स्पष्ट निर्देश जारी किया था। इस संबंध में एक माह पूर्व डीएम ने जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर गोशाला का विस्तार करने के लिए कार्य योजना तैयार की थी। इस संबंध में पशुपालन विभाग, वन विभाग, पुलिस व जिला पंचायत को आवश्यक निर्देश दिया गया है, लेकिन यह सब महज फाइलों में सिमट कर रह गया। गोशाला का विस्तार नहीं कराया गया इसकी वजह से छुट्टा मवेशी किसानों की फसलों को चौपट कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 09 Sep 2018 07:17 PM (IST)Updated: Sun, 09 Sep 2018 07:17 PM (IST)
फाइलों तक ही सिमटी गोशाला बनाने की कार्य योजना
फाइलों तक ही सिमटी गोशाला बनाने की कार्य योजना

जासं, कौशांबी : गोवंश के संरक्षण के लिए सभी जनपद में गोशाला का संचालन करने के लिए शासन ने जिलाधिकारी को स्पष्ट निर्देश जारी किया था। इस संबंध में एक माह पूर्व डीएम ने जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर गोशाला का विस्तार करने के लिए कार्य योजना तैयार की थी। इस संबंध में पशुपालन विभाग, वन विभाग, पुलिस व जिला पंचायत को आवश्यक निर्देश दिया गया है, लेकिन यह सब महज फाइलों में सिमट कर रह गया। गोशाला का विस्तार नहीं कराया गया इसकी वजह से छुट्टा मवेशी किसानों की फसलों को चौपट कर रहे हैं।

loksabha election banner

पिछले माह कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्य योजना तैयार कराई थी। इसमें उन्होंने पशुपालन विभाग, वन विभाग, पुलिस व जिला पंचायत के अधिकारियों को निर्देश दिया था कि जनपद के सभी विकास खंडों में एक-एक गोशाला का संचालन कराया जाए। इसके लिए अधिकारी समाज सेवी से संपर्क करें और उन्हें गोशाला खुलवाने की जानकारी दे, जिससे वह समिति का गठन कर पशुपालन विभाग में रजिस्ट्रेशन कराकर गोशाला चलाएं और गोवंश का संरक्षण हो, लेकिन ऐसा नहीं हुआ जिम्मेदारों की अनदेखी की वजह से अब तक एक भी गोशाला नहीं खोले गए जिससे सैकड़ों मवेशी छुट्टा घूम रहे हैं खेतों में घुसकर किसानों की फसल चट कर रहे हैं। मवेशियों के आतंक से किसान काफी परेशान हैं इसकी शिकायत भी किसानों ने पशुपालन विभाग से की है उसके बाद भी समस्या के निराकरण नहीं किया गया।

------------

तस्करी का शिकार हो रहे मवेशियों

गोशाला न होने से सैकड़ों मवेशी आवारा घूम रहे है। कुछ लोग चोरी से पशु तस्करी भी करते हैं। रात के अंधेरे में मवेशियों का वध भी कर दिया जाता है। पिछले माह मंझनपुर के नया नगर में तीन मवेशियों कत्ल किया गया था सूचना पर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर जेल भेजा है।

-----------

सड़क हादसे का शिकार हो रहे मवेशी

सड़कों पर कई मवेशी घूमते रहते हैं शाम के समय भारी वाहन चालक मवेशियों को टक्कर मारकर निकल जाते हैं सड़क हादसे में उनकी जान भी जा रही है। आए दिन कहीं ना कहीं से सड़क हादसे में मवेशियों के मरने की सूचना मिलते हैं। इसके बाद भी इस समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.