फर्जी मिले 44 शिक्षकों से 2.88 करोड़ की होगी रिकवरी
फर्जी डिग्री के सहारे शिक्षक की नौकरी पाने वालों पर शिकंजा कसता जा रहा है। ऐसे शिक्षकों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है। मुकदमा दर्ज करने के बाद सभी को मिले वेतन आदि की रिकवरी की तैयार हो रही है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सोमवार को फर्जी शिक्षकों के खिलाफ नोटिस जारी कर दिया है।
फर्जी डिग्री के सहारे शिक्षक की नौकरी पाने वालों पर शिकंजा कसता जा रहा है। ऐसे शिक्षकों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है। मुकदमा दर्ज करने के बाद सभी को मिले वेतन आदि की रिकवरी की तैयार हो रही है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सोमवार को फर्जी शिक्षकों के खिलाफ नोटिस जारी कर दिया है।
जिले में फर्जी डिग्री व टीईटी प्रमाण पत्रों के आधार पर 49 शिक्षक नौकरी कर रहे थे। बीते दिनों हुई शिकायतों व एसआइटी समेत अन्य प्रकार की जांच में इन शिक्षकों की डिग्री को फर्जी करार दिया गया। पांच शिक्षकों का मामला अभी कोर्ट में है। इनको लेकर अभी अंतिम फैसला नहीं हो सका है। शेष बचे 44 शिक्षकों को मिले वेतन आदि की रिकवरी की जाएगी। करीब एक माह से बेसिक शिक्षा विभाग में इसको लेकर मंथन चल रहा था। फर्जी शिक्षकों की सूची वित्त एवं लेखा अधिकारी कार्यालय ने इन शिक्षकों अब तक दी गई धनराशि की गणना करने के बाद अपनी रिपोर्ट बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय को भेज दिया है। बीएसए ने सोमवार को सभी 44 शिक्षकों के नाम रिकवरी नोटिस जारी कर दिया है। इन शिक्षकों से विभाग 2.88 करोड़ की वसूली करेगा। बीएसए ने बताया कि पूर्व में विभागीय जांच में 32 शिक्षक फर्जी मिले थे। इसके अलावा एसआइटी की जांच में छह फर्जी व छह शिक्षक कूट रचित दस्तावेजों के दोषी पाए गए है। सभी के नाम पर नोटिस जारी कर दिया गया है। बताया गया कि इनके अलावा पांच शिक्षक ऐसे हैं, जिनका मामला न्यायालय में विचाराधीन है। कुछ के संबंध में विश्वविद्यालय ने कोई फैसला अब तक नहीं किया है। इनको लेकर जैसे ही कोई फैसला होता है। उसी प्रकार कदम उठाया जाएगा।