गंगा का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती ग्रामों की मुसीबत बरकरार
फोटो - 26केएए14 बारिश का प्रभाव, फिर बढ़ने लगा गंगा का जल स्तर आधा दर्जन ग्रामों में हाल
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बारिश का प्रभाव, फिर बढ़ने लगा गंगा का जल स्तर
आधा दर्जन ग्रामों में हालात खराब, लोगों की आवाजाही में दिक्कत
जासं, कासगंज: बारिश और बैराजों से छोड़े जा रहे पानी से गंगा का जलस्तर रविवार को पुन: बढ़ गया। भले ही गंगा के जलस्तर में मामूली वृद्धि हुई। इससे तटवर्ती ग्रामवासियों की मुसीबतें बरकरार बनी हुई हैं। पशुओं को चारे की किल्लत है। आने जाने के लिए भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
गंगा नदी में बैराजों में से निरंतर पानी का डिस्चार्ज किया जा रहा है। यह पानी जिले की सीमा पर बह रही गंगा नदी पर अपना दबाव बनाता ही जा रहा है। गंगा के किनारे बसे दो दर्जन से अधिक ग्रामों में फसली भूमि से होता हुआ पानी आबादी की ओर घुस चुका था। जो मंगलवार और बुधवार को जलस्तर कम होने से आबादी से निकलता दिखाई दिया। लेकिन यह जल फसलों में भरा हुआ है। अब रविवार को पुन: गंगा में पानी बढ़ा जिससे गंगा में चारों तरफ पानी ही पानी नजर आने लगा। लोगों को उम्मीद थी कि शायद अब गंगा शांत होगी, लेकिन अब उनकी यह उम्मीद धरासई हो गई और गंगा में पानी पुन: बढ़ गया। गंगा के घटते बढ़ते जलस्तर को जिला प्रशासन और ¨सचाई विभाग गंभीर बना हुआ है। जिला प्रशासन पूर्व में ही अलर्ट जारी कर चुका है। डीएम ने संबंधित लेखपालों को ग्रामों में रात्रि में प्रवास के निर्देश दिए हैं। जिले में बनाई गई बाढ़ चौकियां बाढ़ नियंत्रण कक्ष को निरंतर रिपोर्ट दे रहीं हैं। ¨सचाई विभाग के अधिशाषी अभियंता कमलेश कुमार ने अधीनस्थों के साथ कादरगंज गंगा घाट का शनिवार को निरीक्षण किया।।
यह रहा पानी का डिस्चार्ज
रविवार को कछल गंगा नदी में नरौरा बैराज से 162999, हरिद्वार बैराज से 105727 और बिजनौर से 174460 लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया गया। कछला ब्रिज पर गंगा का गेज 163.45 मीटर रिकार्ड किया गया है।
अभी और बढ़ सकता है पानी
पहाड़ों पर निरंतर बारिश हो रही है। बैराजों से पानी का डिस्जार्च किया जा रहा है। ऐसे में गंगा में पानी का दबाव और बढ़ सकता है, लेकिन ¨सचाई विभाग हर हालात से निपटने को तैयारियां कर चुका है।
एके ¨सह, इंजीनियर, बाढ़ प्रभारी