जौरी बांध से टकराया गंगा का पानी
गंगा में जल स्तर में होने वाली बढ़ोतरी किसानों की चिता बढ़ा रही है।
संवाद सहयोगी, पटियाली: पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बरसात में बांधों में पानी का दबाव कम करने के लिए गंगा में डिस्चार्ज किया जा रहा है। बांधों से छोड़ा गया पानी जिले में बह रही गंगा नदी में अपना दबाव बना चुका है। कई गांवों की फसलें जलमग्न हो गई। पटियाली में जौरी बांध के निकट पानी पहुंच चुका है।
जिले में बह रही गंगा नदी में बैराजों से छोड़ा जा रहा पानी अब तटवर्ती गांवों पर इतना दबाव बना चुका है कि पटियाली क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक गांव की फसलें जलमग्न हो गई हैं। गंगा के बढ़ते जलस्तर से नगला मुंता, गठौरा, नगला टिकुरी, रामताल, नगला महरी, नगला मुंशी, रिकैला, नगला जौरी में खेतों में घुसा गंगा का पानी कभी आबादी की ओर गमन कर सकता है। गंगा के बढ़ते जलस्तर को लेकर जहां सिचाई विभाग की चिताए बढ़ गई हैं वहीं ग्रामीण भी परेशान हो उठे हैं। ------------------
गंगा में समा गए टयूब: बीते जून माह में अचानक गंगा जलस्तर बढ़ गया था। एसडीएम शिवकुमार सिंह मौके का निरीक्षण करते हुए सिचाई विभाग को टयूब लगाने के निर्देश दिए थे। सिचाई विभाग ने एक दर्जन से ज्यादा जी ट्यूब डाल गंगा में कटान को रोक रहे थे। अब फिर से जल स्तर बढ़ने से यह जी ट्यूब पानी में समा गए हैं। -------------'गंगा के जलस्तर में निरंतर वृद्धि हो रही है। कुछ तटवर्ती ग्रामों में गंगा का पानी फसलों तक पहुंच गया है। पूरी तरह सतर्कता बरती जा रही है। किसी भी विषम परिस्थिति से निपटने के लिए प्रशासन की तैयारी पूरी है।'
-अरुण कुमार
अधिशासी अभियंता
सिचाई