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बैराजों से कम हुआ पानी तो सिमटने लगी गंगा

तीन दिन तक प्रशासन एवं ग्रामीणों के लिए बनी रही परेशानी शनिवार को भी दिन दौड़ती रहीं तहसील प्रशासन की टीमें

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Aug 2019 10:01 PM (IST)Updated: Sun, 25 Aug 2019 06:21 AM (IST)
बैराजों से कम हुआ पानी तो सिमटने लगी गंगा
बैराजों से कम हुआ पानी तो सिमटने लगी गंगा

संवाद सहयोगी, पटियाली : तीन दिन तक प्रशासन से लेकर ग्रामीणों तक की रातों की नींद गायब करने वाला गंगा का जल स्तर अब कम होने लगा है। बैराजों से छोड़े जा रहे पानी की मात्रा कम हुई है तो सीमाएं लांघती गंगा भी अब सिमटने लगी है। इधर गंगा का पानी कम होने के बाद भी देहात में काफी प्रभाव रहेगा। बड़ी संख्या में फसलों को इस तीन दिन में भरे पानी से ही नुकसान पहुंचेगा।

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तहसील क्षेत्र के गांव शहवाजपुर से थाना सिकंदरपुर वैश्य के गांव राजेपुर कुर्रा तक 50 किमी में बहने वाली गंगा बीते दिनों तटबंधों को तोड़ फसलों एवं गांवों तक पहुंच गई थी। सड़क पर भी पानी बहने लगा था। शुक्रवार को कछला पर 163.8 मीटर पर पहुंचा गंगा का गेज शनिवार को घटकर 163.4 मीटर पर आ गया। इसके साथ ही गांवों में दस्तक देता पानी थम गया है। इससे लोगों ने राहत की सांस ली है, अगर पानी की रफ्तार नहीं थमती तो आने वाले दिनों में कई गांव में पानी पहुंच सकता था। तीन दिन में ही तटवर्ती गांवों में बड़ी दिक्कतें पैदा हो गई। गंगा में बढ़े हुए जल स्तर से सर्वाधिक नगला टिकुरी, रामताल, नगला मेहरी, रिकैरा, वमनपुरा, किलोनी, कुसौल, देवकली, सिद्धनगर, बसतोली, कादरगंज, जगमयी, मेहुला, निविया, नरदोली, मूंजखेड़ा, नगला चतुरी, नगला खना, नगला जय किशन, राजेपुर कुर्रा क्षेत्र में फसलों को नुकसान पहुंचा है।

किसानों को सता रही कटान की चिता : गंगा के खेतों तक पहुंच जाने से फसलों को तो नुकसान हुआ ही है, वहीं अब किसानों को कटान की चिता सता रही है। किसानों का कहना है कि खेतों में कटान होने से दिक्कतें बढ़ जाएंगी।

किसको मिलेगा इस कोप में वरदान : गंगा का कोप कई किसानों ने झेला है, लेकिन अब किसान पानी उतरने का इंतजार कर रहे हैं, ताकि पता चले इस कोप में भी गंगा किसको वरदान दे गई। गंगा जिन खेतों में जाते जाते कॉप मिट्टी छोड़ेगी, उन किसानों के लिए यह अच्छा होगा। वहीं जिन खेतों में बालू छोड़कर जाएगी, उनकी टेंशन बढ़ जाएगी।

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'गंगा का जल स्तर घट रहा है। स्थिति सामान्य होने पर गंगा किनारे बसे गांवों में प्राथमिकता के आधार पर स्वास्थ्य टीमें भेजी जाएंगी। पशुओं का भी स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाएगा।'

-शिव कुमार सिंह

उप जिलाधिकारी

कितना छोड़ा गया पानी

50007 क्यूसेक हरिद्वार बैराज से।

43934 क्यूसेक बिजनौर बैराज से।

84237 क्यूसेक नरौरा बैराज से। कछला पर जल स्तर पर नजर

163.6 मीटर सुबह आठ बजे।

163.4 मीटर दोपहर दो बजे।


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