तल्ख हो रहे गंगा के तेवर
गंगा का जल स्तर बढ़ रहा है।
जासं, कासगंज: बैराजों से छोड़ा जा रहा पानी गंगा पर दबाव बनाता ही जा रहा है। बीते 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में .15 मीटर की बढ़ोत्तरी हुई है। बढ़ता पानी किसानों की ¨चता बढ़ा रहा है। ¨सचाई विभाग भी इसको लेकर गंभीर है। शनिवार को अधिशासी अभियंता ने अधीनस्थों के साथ कछला ब्रिज , कादरगंज और महोला के मध्य चल रहे कटान निरोधक कार्यो का निरीक्षण किया।
भले ही जिले में अधिकारी बाढ़ की आशंका को निर्मूल बता रहे हैं लेकिन वे किसी भी विषम परिस्थिति से निपटने के तैयार है। चूंकि गंगा के जल का स्तर बैराजों से छोड़े जा रहे पानी के दबाव से बढ़ रहा है। क्योंकि पहाड़ों पर बारिश निरंतर हो रही है और बैराजों पर दबाव कम करने के लिए गंगा में पानी छोड़ा जा रहा है। यह पानी जिले में बह रही गंगा नदी पर अपना प्रभाव डाल रहा है। शुक्रवार को गंगा पर पानी का गेज 163.05 मीटर था जो शनिवार को बढ़कर 163.20 मीटर पर जा पहुंचा। तेजी से बढ़ते पानी ने तटवर्ती गांवों के ग्रामीणों की ¨चता बढ़ाई है। उन्हें आशंका सता रही है कि यदि इसी तरह गंगा में बढ़ोत्तरी हुई तो गंगा का जल उनकी कृषि भूमि की ओर गमन करेगा और फसलों में पहुंच कर उनकी फसलों को नुकसान पहुंचाएगा। शुक्रवार को ¨सचाई विभाग के अधिशासी अभियंता कमलेश कुमार ने अधीनस्थों के साथ कछला स्थित गंगा ब्रिज और पटियाली क्षेत्र में कादरगंज व महोला के मध्य कटान निरोधक कार्यो का निरीक्षण किया है। उन्होंने अधीनस्थों को निर्देश दिए हैं कि कार्य को समय रहते पूर्ण कर लिया जाए। निरीक्षण के दौरान सहायक अभियंता एमसी श्रीवास्तव, बाढ़ प्रभारी इंजीनियर एके ¨सह, इंजीनियर गिर्राज ¨सह मौजूद रहे।
यह रहा डिस्चार्ज: शुक्रवार को सुबह गंगा का डिस्चार्ज कम था लेकिन दोपहर बाद एक साथ गंगा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी आई। हरिद्वार बैराज से 62953, बिजनौर से 83759, नरौरा से 93502 हजार क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया गया है। सुबह गंगा 163 मीटर पर थी, लेकिन दोपहर को गंगा का डिस्चार्ज बढ़कर 163.20 मीटर हो गया जबकि शुक्रवार को यह गेज 163.05 मीटर था।
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बैराजों से पानी छोडा जा रहा है। गंगा पर पानी का दबाव निरंतर बढ़ रहा है। जिले में बाढ़ की संभावना नहीं है। लेकिन बढ़ते जलस्तर को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। -- कमलेश कुमार ¨सह, अधिशासी अभियंता, ¨सचाई