हाथों पर नियंत्रण से कोरोना को दे रहे हैं मात
अनलॉक में कोरोना संक्रमण ने रफ्तार पकड़ी है। अधिकारी ही नह
कासगंज, जागरण संवाददाता: अनलॉक में कोरोना संक्रमण ने रफ्तार पकड़ी है। अधिकारी ही नहीं, कई स्वास्थ्य कर्मी भी चपेट में आ गए हैं। मरीजों के सीधे संपर्क में न रहने वाले बाबू भी नहीं बचे। इन सबके बीच में ऐसे योद्धा हैं जो कोविड वार्ड में ड्यूटी देने के बाद भी कोरोना को लगातार मात दे रहे हैं।
जिला अस्पताल में तैनात डॉ.धर्मेंद्र कुमार पौनियां की दो दिन पहले तक कोविड वार्ड में ड्यूटी थी। कोरोना संक्रमण के पहले दिन से ही वह सीधे मरीजों के संपर्क में थे। जब मरीज कम मिल रहे थे। उस वक्त बाहर से आने वाले संदिग्धों की अस्पताल में जांच का जिम्मा भी उनका था, लेकिन इस सबके बाद भी वह कोरोना से लड़ते हुए खुद को सुरक्षित रखे हैं। डॉ.पौनियां बताते हैं इसके लिए कुछ नहीं करना पड़ा, बस गाइड लाइन का पालन किया।
आइसोलेशन वार्ड में दिन में चक्कर लगाने पड़ते हैं। उस वक्त हम किट पहनकर जाते हैं। किट को पहनते ही पसीना टपकने लगता है। कई बार तो आंख में जाता है, लेकिन हमने सावधानी रखी। आंख में पसीना जाने पर आंख की पलकें झपका ली, लेकिन हाथ से उसे नहीं छुआ। अपने हाथों पर नियंत्रण से ही हम कोरोना को मात दे सकते हैं। वार्ड में ड्यूटी के दौरान कई सारे सामान को छूना पड़ता है, ऐसे में ध्यान रखते हैं कि हाथ को मुंह तक न ले जाएं। घर जाते ही नहाना एवं कपड़ों को धोने के साथ काढ़े के साथ ने आज तक कोरोना को हमसे दूर रखा है।
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--यह बरतें सावधानी--
वार्ड से लौटने के बाद पहले हाथ में ऊपर वाले दस्ताने उतारें।
इसके बाद फेसकवर के साथ किट को उतारें।
इसके बाद शू कवर उतारें तथा फिर दूसरे दस्तानों को उतारें।