कन्या गुरुकुल में पारंपरिक शिक्षा संग मिलेगी वैदिक शिक्षा
प्रदेश के सिचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने प्रहलाद पुर में किया गुरुकुल का शुभारंभ कक्षा एक से 12 तक कन्याओं को दी जाएगी वैदिक शिक्षा
कासगंज, जागरण संवाददाता। प्रदेश सरकार के सिचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि जहां आधुनिक शिक्षा सिर चढ़कर कर बोल रही है वहां गुरुकुल संस्कृत विद्यापीठ की स्थापना बढ़ी उपलब्धि है।
कासगंज के गांव प्रहलादपुर में श्रीमती चंद्रावती कन्या गुरुकुल संस्कृत विद्यापीठ के शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि पद से उन्होंने कहा कि विद्यालय की स्थापना के लिए आचार्य धारणा यज्ञ की एवं आचार्य सूर्या चुतर्वेदी के प्रयास सराहनीय है। कन्या गुरुकुल संस्कृत पीठ में कन्याओं को पारंपरिक शिक्षा के साथ साथ वैदिक शिक्षा का भी ज्ञान मिलेगा। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी गुलामी, उर्दू तहजीव और संस्कृत दैवीय भाषा है। संस्कृत भाषाओं की जननी है। क्षेत्र में संस्कृत गुरुकुल विद्यापीठ खुलने से बेटियों का उद्धार होगा। इस मौके पर महेंद्र राना, रवींद्र लोधी, देव प्रकाश लोधी, राधे भैया, केपी सिंह, जय सिंह वर्मा, राजीव सिंह, दिनेश चंद्र बिड़ला, गेंदालाल आर्य, रामस्वरूप, अमर सिंह शास्त्री, लाख सिंह, मुन्नालाल आर्य, रामनिवास आर्य, अखिलेश सिंह, प्रताप सिंह, शंकर लाल आर्य, प्रेम साहू , साधना आर्य, प्रभाकर आर्य आदि मौजूद रहे। हुआ वेद सम्मेलन
शुभारंभ समारोह के बाद वेद सम्मेलन का आयोजन हुआ। आचार्य वेद प्रिय, पंडित अखिलेश आर्येंद्र, आचार्य धनंजय, पंडित नरेश दत्त आर्य, डॉ. वेद प्रकाश आर्य आदि ने वेदों में इतिहास है या नहीं.. पर संबोधित किया। देर शाम शिक्षा सम्मेलन का आयोजन हुआ। इसमें आर्य शिक्षा पद्धति पर विनय आर्य, स्वामी प्रणानंद सरस्वती, आचार्य अखिलेश लखनवी सहित अन्य विद्वानों ने अपने विचार व्यक्त किए।