ऋण आवेदन स्वीकृत न होने पर बेरोजगारों के ख्बाव धूमिल
सरकार ने बेरोजगारों को रोजगार से जोड़ने के लिए जिला उद्योग कें
कासगंज, जागरण संवाददाता: सरकार ने बेरोजगारों को रोजगार से जोड़ने के लिए जिला उद्योग केंद्र के माध्यम से ऋण योजनाएं संचालित की हैं, लेकिन तमाम बेरोजगारों के ऋण आवेदन जिला उद्योग केंद्र और बैंकों में लटके हैं। इससे बेरोजगारों का स्वरोजगार का ख्बाव धूमिल हो रहा है।
बेरोजगारी कम हो इसके लिए सरकार ने युवाओं को ऋण योजना संचालित की है। जिससे बेरोजगार युवा बैंकों के माध्यम से ऋण लेकर खुद का व्यवसाय शुरु कर सकें। जिले भर के तमाम युवा बेरोजगारों ने ऋण योजना के तहत स्वरोजगार के लिए आवेदन किए। जिला उद्योग केंद्र द्वारा मात्र 40 फीसद आवेदन ही स्वीकृत कर बैंकों को भेजे हैं। जबकि बैंकों ने प्राप्त आवेदनों में से 25 फीसद आवेदकों को ऋण उपलब्ध नहीं कराया है। बैंक और जिला उद्योग केंद्र की उदासीनता से बेरोजगारों का अपने रोजगार का ख्बाव धूमिल हो रहा है।
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प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत ऋण के लिए आवेदन किया था। जिला उद्योग केंद्र से आवेदन स्वीकृत होकर बैंक भेज दिया गया। बैंक के चक्कर लगाकर परेशान हो गए। - मनप्रीत, निवासी अहरौली
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ऋण के लिए आवेदन किया था। जिला उद्योग केंद्र से आवेदन स्वीकृत कर सेंट्रल बैंक भेज दिया गया था, लेकिन चक्कर लगाकर परेशान हो गए। ऋण स्वीकृत नहीं हुआ। - उमेश चंद्र, निवासी सहावर गेट
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आंकड़ों की नजर में :
जिला उद्योग द्वारा संचालित योजनाएं
- प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम
- मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना
- एक जनपद एक उत्पाद योजना
- कुल प्राप्त आवेदन 150
- स्वीकृत आवेदन 60
- लंबित आवेदन 90
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लगभग 60 आवेदन स्वीकृत कर बैंकों को भेजे जा चुके हैं। शेष आवेदनों की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। - प्रेमकांत, उप आयुक्त जिला उद्योग केंद्र
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जो पात्र बैंकों की औपचारिकताएं पूरी कर रहे हैं। उनके ऋण स्वीकृत किए जा रहे हैं। सभी बैंकों को निर्देश दिए गए हैं कि योजना के तहत आने वाले ऋण आवेदनों को स्वीकृत कर बेरोजगारों को ऋण उपलबध कराएं।
- महेश प्रकाश, लीड बैंक प्रबंधक