कटरी क्षेत्र में बेसहारा पशुओं का आतंक
बेसहारा पशु खेतों घुसकर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। गंगा नदी के तलहटी क्षेत्र में कोई कान्हा आश्रय स्थल नहीं है।
कासगंज, संवाद सूत्र। पटियाली तहसील क्षेत्र में गंगा नदी के दोनों किनारों के ग्रामों में बेसहारा पशुओं का आतंक है। कान्हा गोशाला नहीं होने यह स्वच्छंद रूप से विचरण करते हैं। खेतों में घुसकर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिससे किसान परेशान हैं। किसानों ने जिला प्रशासन से बेसहारा गोवंश को पकड़वाकर गोशाला में भिजवाने की मांग की है।
गंगा नदी के दोनों किनारों पर लगभग 50 किलो के दायरे में कटरी क्षेत्र है। इस क्षेत्रों में सैकड़ों की तादात में बेसहारा गोवंश आतंक है। खेतों में घुसकर किसानों की फसल को बर्बाद कर रहे हैं। इन बेसहारा पशुओं केा पकड़वाने के लिए कटरी क्षेत्र में कोई भी अभियान नहीं चलाया गया है। पशुओं के झुंड जहां-तहां विचरण करते नजर आते हैं और सूरज ढलते ही यह खेतों में पहुंचकर फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। किसान की समस्या का कोई समाधान नहीं हो रहा है। किसानों सचिन, विनोद, राजेंद्र, महेंद्र आदि ने जिला प्रशासन से बेसहारा गोवंशों को पकड़वाकर कान्हा गोशाला पहुंचाने की मांग की है। कटरी क्षेत्र में आठ ग्राम पंचायतों के बीच लगभग तीन दर्जन से अधिक गांव हैं। यहां कोई भी गोशाला नहीं है। बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए कोई अभियान भी नहीं चला गया है।
धर्मेंद्र कुमार, किसान गांव बझेरा कटरी क्षेत्र में गोशाला खुलनी चाहिए। बेसहारा पशु खेतों में घुसकर किसान की फसल बर्बाद कर रहे हैं। किसान परेशान हैं। प्रशासन इस क्षेत्र गोशाला खुलवानी चाहिए।
डा. सुनील सिंह, नरदौली
ब्लाक स्तर पर गोशालाओं का निर्माण हो रहा है। पटियाली और सिढ़पुरा में गोशाला का निर्माण चल रहा है। कटरी क्षेत्र की बेसहारा पशुओं को यहीं रखा जाएगा। किसानों की समस्या के निस्तारण के लिए बेसहारा पशुओं को पकड़वाया जाएगा।
शिवकुमार सिंह, एसडीएम पटियाली