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किशोरी हत्याकांड: घर में शौचालय होता तो बच जाती बिटिया की जान

मृतका के स्वजनों का नाम पात्रता सूची में होने के बावजूद भी शौचालय नहीं मिला। ग्रामीणों ने ओडीएफ गांव की व्यवस्था पर सवाल उठाए गए।

By JagranEdited By: Published: Mon, 28 Sep 2020 06:15 AM (IST)Updated: Mon, 28 Sep 2020 06:15 AM (IST)
किशोरी हत्याकांड: घर में शौचालय होता तो बच जाती बिटिया की जान
किशोरी हत्याकांड: घर में शौचालय होता तो बच जाती बिटिया की जान

कासगंज, संवाद सहयोगी। ढोलना थाना क्षेत्र के गांव नगला मोती में किशोरी की हत्या के मामले में भले ही पुलिस जांच में जुटी है, लेकिन कहीं न कहीं सरकारी व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हुए हैं। पात्रता सूची में नाम होने के बावजूद भी परिवार को शौचालय नहीं मिला। परिवार में मलाल है कि यदि शौचालय होता तो बिटिया की जान बच जाती। गांव में भी इसकी चर्चा थी।

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शुक्रवार की शाम शौच को खेत पर गई 14 वर्षीय किशोरी रवीना का शव देर रात गांव में बाजरा के खेत में मिला था। किशोरी की दुपट्टे से गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में जांच जुटी पुलिस खुलासे के लिए भी प्रयास कर रही है। संदिग्ध लोगों को लेकर भी पूछताछ की है, लेकिन नतीजा शून्य रहा है। किशोरी की हत्या ने शासन-प्रशासन की व्यवस्थाओं के दावों की पोल खोल दी है। पूरा जिला ओडीएफ घोषित है। गांव नगला मोती में पात्रता की श्रेणी में शामिल होने बावजूद भी परिवार को शौचालय का लाभ नहीं मिला।

शायद न होती अनहोनी: परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे महिलाओं के सामने मृतका की मां कपूरी देवी बार-बार रो-रोकर यही कह रही थी कि यदि घर में शौचालय होता तो शायद यह अनहोनी न होती।


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