सोरों में धूमधाम से निकली नागाओं की शाही सवारी
राहों पर गूंजी बम-बम भोले की गूंज दुकानों से छतों तक रही भीड़
सोरों(कासगंज), संसू। मंगलवार को तीर्थ नगरी में नागा साधु-संतों की शाही सवार धूमधाम से निकली। नागा बाबाओं को देखने के लिए आसपास के गांवों से भी बड़ी संख्या में भक्तजन पहुंचे। बाजारों से लेकर घरों की छतों पर भीड़ नजर आई। नागा साधुओं के करतबों को देखकर हर कोई उनकी साधना एवं भक्ति की चर्चाएं करता हुआ दिखाई दिया।
सोरों के मार्गशीर्ष मेले में हर वर्ष देशभर से नागा साधु-संत आते हैं। द्वादशी के दूसरे दिन इनकी शाही सवारी नगर में निकलती है। मंगलवार को सुबह से ही शाही सवारी की तैयारियां शुरू हो गई थीं। नागालैंड आश्रम से शाही सवारी का शुभारंभ हुआ। नागा साधुओं को माला पहनाई गई। इसके बाद में चक्रतीर्थ मुहल्ला, बारू बाजार, 64 मुहल्ला तिराहा, मुहल्ला बड़ा बाजार, लहरा रोड, रामसिंह पुरा कटरा बाजार, रामलाल चौराहा, अनाज मंडी चौराहा, चंदन चौक बस स्टैंड, सोमेश्वर घाट, हर की पौड़ी, बदरिया होते हुए वापस नागालैंड पहुंची। शाही सवारी के दौरान बम-बम भोले.. के जयकारों से राहें गूंज उठीं। नागा साधुओं ने अपने करतब भी दिखाए। साढ़े 12 पंथ के नागा साधु-संतों की शाही सवारी शंभु पंच दशनाम आवाहन गणपति अखाड़ा के महंत सुरेश गिरी एवं व्यवस्थापक सीताराम दुबे के निर्देशन में निकाली गई। सवारी में प्रेमशंकर गिरी छत्तीसगढ़ी, चमन गिरी, बारिश गिरी, हरिदास, हनुमानदास वैष्णव संपदा के बजरंगदास, प्रेमगिरी निरंजनी अखाड़ा के प्रेमानंद सरस्वती, अमर गिरी दिल्ली बसैया गिरी, राज राजेश्वर महाराज, परम गिरी महाराज, मौनी बाबा, ब्रह्मानंद, दामोदर गिरी, सुंदर गिरी, सीताराम बाबा सहित बड़ी संख्या में नागा साधु महंत शामिल हुए। यह अखाड़े रहे शामिल:
जूना अखाड़ा. आनंद अखाड़ा अटल अखाड़ा, निरंजनी अखाड़ा, पंचायती अखाड़ा मंडल, दिगंबर अखाड़ा सहित अन्य अखाड़े।