दफ्तरों में सन्नाटा, हड़ताल पर शिक्षक-कर्मचारी
जिला पंचायत स्थित बीआरसी परिसर में दिया धरना पुरानी पेंशन की मांग, 12 तक जारी रहेगी हड़ताल
कासगंज, जागरण संवाददाता। बुधवार को कई सरकारी विभागों में सन्नाटा छाया रहा। कर्मचारी हड़ताल पर थे तो मेज-कुर्सी खाली पड़ी थी। ऐसे में यहां पहुंचने वाले फरियादी भी वापस लौटने पर मजबूर हो गए। इधर शिक्षक और कर्मचारियों ने जिला पंचायत कैंपस में स्थित ब्लॉक संसाधन केंद्र पर हुंकार भरी। कर्मचारियों ने कहा कि पुरानी पेंशन उनका हक है तथा इसे पाने के लिए वह किसी भी हद तक संघर्ष के लिए तैयार हैं।
कर्मचारी, शिक्षक और अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली संघ के बैनर तले शिक्षक एवं कर्मचारी बुधवार से हड़ताल पर चले गए हैं। जिले के लगभग एक हजार कर्मचारी हड़ताल में शामिल हुए। स्कूलों में शीतकालीन अवकाश था, लेकिन इसके बाद भी जो स्कूल खुले थे, उनमें शिक्षक नहीं पहुंचे। ¨सचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग सहित अन्य विभागों में हड़ताल का खासा असर दिखाई दिया। कर्मचारियों के हड़ताल पर होने से काम-काज प्रभावित रहा। कर्मचारियों ने अपनी मांगों को उठाते हुए कहा कि पुरानी पेंशन को सरकार बहाल करे। सालों तक नौकरी करने के बाद कर्मचारियों को पेंशन भी नही मिल रही है। धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता कर रहे जिलाध्यक्ष खूबेंद्र ¨सह लोधी ने कहा कि कर्मचारी अपना हक पाकर रहेंगे, चाहे जो भी संघर्ष करना पड़े। राजकुमार छोंकर ने शिक्षक और कर्मचारियों से छह दिवसीय हड़ताल में जोश के साथ शामिल होने का आह्वान किया। सरकार को चेतावनी दी कि अगर कर्मचारियों की मांगे नही मानी तो इसका परिणाम भुगतना होगा। संचालन संचालन रमेश चक ने किया।
ये रहे शामिल
इंजी. कालू राम, ¨सचाई खंड से एसके ¨सह, अमीन संघ से संतोष कवि, अमित चौधरी, अर¨वद शर्मा, मंजू सोलंकी, जमीर आलम, दुष्यंत चौहान, इंद्र कुमार, अमित दुबे, आनंद मिश्रा, धनंजय प्रताप लोधी, राकेश राजपूत, रोहताश राजपूत, अखिलेश सोलंकी, जितेंद्र पाल, अखंड प्रताप, मुकेश कुमार, प्रमिला कुमारी, लीना गुप्ता, भूप ¨सह।
ये काम रहे प्रभावित
कोषागार में काम-काज प्रभावित होने से बिल अटके।
अमीन संघ के हड़ताल से वसूली प्रभावित।
अभियंताओं के हड़ताल पर होने से विकास कार्य की निगरानी ठप।