कटान कर रही गंगा मचा सकती है तबाही
गांव रिकैरा व गठौरा कटान के निशाने पर ग्रामीणों की बढ़ रही धड़कने
संवाद सहयोगी, पटियाली: गंगा के जल में अचानक वृद्धि हो जाने से गंगा ने कटान शुरू कर दिया है। गंगा में कटान नहीं रूका तो क्षेत्र के ग्राम रिकौरा और गठौरा गंगा के कोप का भाजन बन सकते हैं। इस समस्या ने किसानों की धड़कने बढ़ा दी हैं।
बदायूं की सीमा से सटा गंगा नदी किनारे पर बसा गांव रिकैरा के निकट गंगा में हो रहे कटान के कारण ग्रामवासियों की बेचैनी बढ़ गई है। 100 मीटर दूर दक्षिण दिशा में गंगा बांध के कटान से गांव के अस्तित्व को खतरा बढ़ गया है। बदायूं जिले की सीमा में गंगा नदी का जल नगला जौरी में बांध से टकरा रहा है। गंगाजल बांध पर लगातार हो रहे कटान से ग्रामवासियों की नींद उड़ गई है। गांव के चंद्रपाल ने बताया कि बदायूं सिचाई विभाग द्वारा गत वर्ष प्लास्टिक बोरियों से बांध के निकट सात ठोकरें बांधी गई थी जो कटान क्षेत्र में आ गई हैं। गंगा के बढ़ते जल स्तर से कच्ची ठोकरें कटान के कारण किसी भी समय ढह सकती हैं। किसान आशंकित है कि कहीं गंगा का यह बढ़ता पानी आबादी में बढ़कर तबाही न मचा दे। यदि कटान के हालात यही रहे तो पटियाली के गांव रिकौरा गठौरा गंगा के कोप का भाजन बन सकते हैं और इनका अस्तित्व समाप्त हो सकता है।
राजस्व टीम ने की अनदेखी:
मंगलवार को ओमप्रकाश लेखपाल की अगुआई में राजस्व टीम रिकैरा गांव पहु्ची गांव वासियों की गुहार के बाद भी राजस्व कर्मियों ने 100 मीटर बांध की दूरी का स़फर तय करना गवारा न समझा। इससे ग्रामीणों में आक्रोश है। कहना है कि जब निरीक्षण ही नहीं हो रहा तो कटान रोकने की व्यवस्था क्या होगी।
गंगा में समा गया था प्राथमिक विद्यालय
तहसील क्षेत्र के गंगा नदी पार गांव रिकैरा-गठौरा का प्राथमिक विद्यालय वर्ष 2010 की भीषण बाढ़ के कारण गंगा नदी में समा गया था। वहीं सोरों के गांव भुसावली भी गंगा के कोप का भाजन बना था।