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बिचौलिए खेतों पर कर रहे धान का सौदा

सरकार ने धान का समर्थन मूल्य घोषित किया है 1815 रुपये खेतों पर 1430 से 1500 में खरीद रहे हैं बिचौलिए

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Nov 2019 10:58 PM (IST)Updated: Tue, 19 Nov 2019 06:07 AM (IST)
बिचौलिए खेतों पर कर रहे धान का सौदा
बिचौलिए खेतों पर कर रहे धान का सौदा

कासगंज, जासं। सरकार ने धान का समर्थन मूल्य 1815 रुपये प्रति कुंतल घोषित किया है। प्रशासन ने धान खरीद केंद्र खोल दिए हैं, लेकिन अन्नदाता को इसका लाभ नहीं मिल रहा है। कहीं पर केंद्र नहीं खुल रहे हैं तो कहीं पर अन्नदाता को औपचारिकताओं का डर दिखा लौटा दिया जाता है।

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यह सब चल रहा है बिचौलियों को लाभ पहुंचाने के लिए। किसानों की मजबूरी का फायदा उठा कर गांव-गांव सक्रिय बिचौलिए खेतों से ही 250 से 300 रुपये के अंतर से प्रति कुंतल धान खरीद रहे हैं।

सिढ़पुरा कसबे में धान क्रय केंद्र ब्लॉक के निकट है, लेकिन हालात यह है कि यहां से डेढ़ किमी दूर पटियाली रोड पर स्थित एक गांव से कई कुंतल धान खेत से ही 1430 से 1500 रुपये प्रति कुंतल में उठ गया। भानुप्रकाश का 40 कुंतल धान इसी भाव में गया तो योगेश एवं सच्चिदानंद सहित कई किसान धान को खेत से ही बेचने पर मजबूर हैं।

ग्रामीण बताते है कि यह तो वर्षो से ही ऐसा चल रहा है। गांव में हर बार इसी तरह धान बिकता है। कुछ लोग क्रय केंद्र पर इस बार पूछने भी गए तो उन्होंने कहा कि 30-40 दिन में भुगतान होगा। अब कहां तक इंतजार करें। कभी क्रय केंद्र पर लेबर न होने की बात करते हैं तो कभी बोरा न होने की। यही वजह है जिले में हर बार शुरुआत में धान की खरीद कम होती है। गांव-गांव चल रहे इस खेल पर किसी की भी नजर नहीं। आखिरी के दिनों में बिचौलिए मुनाफा कमाकर धान बेच जाते हैं। हर रोज सिढ़पुरा के गांवों से धान से भरे ट्रक लोड होते हैं, लेकिन केंद्रों पर सन्नाटा ही दिखता है। सिढ़पुरा स्थित धान खरीद केंद्र पर कार्यरत राकेश कुमार ने बताया कि केंद्र पर अब तक 1488 कुंतल की खरीद हो चुकी है। नकद भुगतान पर काटते दो फीसद:

खेत से ही धान खरीद करने वाले बिचौलिए 15 से 20 दिन में भुगतान देते हैं। अगर कोई किसान नकद भुगतान मांगता है तो उससे दो फीसद की धनराशि की कटौती करते हैं। सुगंधा धान को घरों में किया स्टॉक :

बाजार में सुगंधा एवं सरबती धान मात्र 1700 रुपये कुंतल में बिक रहा है। जबकि पिछले सालों में यही धान ढाई से तीन हजार रुपये कुंतल तक बिका था। ऐसे में किसान इसका स्टॉक कर रहे हैं, ताकि रेट बढ़ने पर बेच सकें। कस्बे में दफ्तर, खरीद केंद्र गांव में:

सिढ़पुरा क्षेत्र में धान खरीद से जुड़े हुए कर्मचारियों से भी बिचौलियों की मिलीभगत दिखती है। कोऑपरेटिव का दफ्तर कस्बे में है, लेकिन खरीद केंद्र को गंज रोड पर खरगातीपुर गांव में बनाया गया है। जो मुख्य सड़क से भी दो किमी अंदर जाकर है। समर्थन मूल्य:

-1815 रुपये प्रति कुंतल है घोषित।

-20 रुपये प्रति कुंतल मजदूरी भी विभाग देता है किसान को। सरकारी खरीद केंद्र पर धान की खरीद हो रही है। 14 फीसद से कम नमी होनी चाहिए। किसान खेत में धान को सुखाने के बाद में केंद्र पर ही बेचें। पेमेंट तीन से चार दिन में सीधे किसानों के खातों में होता है।

-योगेंद्र कुमार, अपर जिलाधिकारी, कासगंज


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