कांवड़ पर तिरंगा, किनारों पर हर-हर महादेव
कांवड़ के साथ शिवभकत तिरंगा थामे आए हैं। उनमें भक्ति के साथ देशभक्ति की भावना भी हिलोरे ले रही है।
जागरण संवाददाता, सोरों: यह देश प्रेम और राष्ट्र के प्रति समर्पित भावनाओं का इजहार था। गंगा के किनारे कांवड़ पर सजे तिरंगे और मुंह पर हर-हर महादेव के बोल देशभक्ति की याद दिला रहे थे, तो संस्कृति की पहचान कायम कर रहे थे।
शनिवार सुबह से ही गंगा के लहरा घाट पर कांवड़ लेने आए श्रद्धालुओं की अपार भीड़ थी। गंगा में स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने अपनी तिरंगा लगी कांवड़ों को कंधे पर रखा तो माहौल देशभक्ति का बनता नजर आया। कांवड़ पर पहले से सजाए गए तिरंगे जब हवा के साथ फहराने लगे तो तो गंगा भी देश प्रेम की हिलोरे लेती दिखी। शनिवार को गंगा के लहरा घाट पर आए आगरा, फीरोजाबाद, मथुरा, मैनपुरी और इटावा आदि शहरों के हजारों श्रद्धालुओं ने कांवड़ सजाने के बाद गंगा को नमन कर धाíमक डुबकी लगाई और अपनी यात्रा पर चल निकले। सुबह से ही गंगा के किनारे हर- हर महादेव और गंगा मैया की जय से गूंज रहे थे, तो भजनों पर गंगा की लहरें अठखेलियां लेती दिखीं। श्रद्धालुओं ने खुद सजाई कांवड़ों में गंगाजली को स्थापित किया और पूजा- अर्चना के बाद अपने स्थानों को रवाना हुए। कांवड़ ले जाने वाले श्रद्धालुओं ने राष्ट्र के प्रति अपनी भावनाओं का जमकर इजहार किया।
आगरा के श्रद्धालुओं ने सजाए तिरंगे:कांवड़ पर दो तिरंगा लगाए आगरा के बसई खुर्द के रहने वाले प्रताप ¨सह लोधी और प्रमोद लोधी ने बताया कि यह कोई प्रायोजित कार्यक्रम नहीं हैं, बल्कि अपने धर्म के प्रति श्रद्धा और राष्ट्र के प्रति आस्था है। आगरा के ही बेलनगंज से आए मनीष और अजय ने पूछने पर बताया कि यह देश प्रति भावनाओं का इजहार है। वाहन पर दो बड़े तिरंगे लगाकर आगरा जाते इस दल के श्रद्धालु पूरी राह नागरिकों को राष्ट्र के प्रति समर्पित रहने और शहीदों को याद रखने का संदेश देते दिखे।
चौकस दिखे पुलिस इंतजाम: लहरा के गंगा घाट पर पुलिस के चाक-चौबंद इंतजाम दिखे। तीर्थनगरी से आगे बढ़ते ही वाहनों को रोकने के लिए बैरियर लगा था तो रास्ते में तमाम स्थानों पर पुलिसकर्मी मौजूद थे। लहरा घाट से पहले ही वाहनों को खड़ा कराने के लिए स्थान भी बनाया गया था। कोतवाली प्रभारी रिपुदमन ¨सह ने पूरे मेले का जायजा लिया और गंगा में स्नान कर रहे श्रद्धालुओं को ज्यादा भीतर स्नान न करने की सलाह दी।
गंगा पर सजा बाजार: सावन की अमावस पर कांवड़ में गंगा जल लेने आए हजारों श्रद्धालुओं के लिए लहरा घाट पर दर्जनों दुकानें सजी थीं। यहां खाने-पीने के इंतजाम के साथ कावड़ और उसके सजाने का सामान मौजूद था।