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काला कानून है एससी, एसटी एक्ट

जासं, सोरों: एससी, एसटी अध्यादेश के विरोध में कस्बा के बाशिंदों ने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने इसे काला कानून बताया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 09 Aug 2018 05:51 PM (IST)Updated: Thu, 09 Aug 2018 10:13 PM (IST)
काला कानून है एससी, एसटी एक्ट
काला कानून है एससी, एसटी एक्ट

जासं, सोरों: एससी, एसटी अध्यादेश के विरोध में कस्बा के बाशिंदों ने विरोध प्रदर्शन किया। एक्ट विरोधियों द्वारा किए गए बंद का आंदोलन छुटपुट दिखाई दिया। अधिकांशत: बाजार खुले रहे। प्रदर्शनकारियों ने एससी, एसटी को काला कानून बताते हुए इसे स्वीकार न करने का ऐलान किया।

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निर्धारित कार्यक्रम के तहत सवर्ण समाज के लोग गंगा भक्त समिति के अध्यक्ष सतीश भारद्वाज के नेतृत्व में शहर में निकले लोगों ने काली पट्टी बांध कर एक्ट को लेकर अपना विरोध जताया। इस मौके पर सतीश चंद्र भारद्वाज ने कहा कि इस काले कानून को सवर्ण समाज कभी स्वीकार नहीं करेगा। इस कानून से देश सिर्फ टूटेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर इस बिल को पास नहीं होने दिया जाएगा, चाहे इसके लिए कोई भी कीमत क्यो न चुकानी पड़े। उन्होंने कहा कि इसके लिए एक बड़ा आंदोलन जल्दी तैयार किया जाएगा। इस मौके पर अन्य वक्ताओं ने कहा कि यह कानून सवर्ण और दलितों के बीच खाई बढ़ाने वाला है। ऐसे कानून का सभी को विरोध करना चाहिए। वक्ताओं ने सरकार से अपील की कि वह अपने इस फैसले को वापस लेकर देश में एक अच्छा माहौल बनाने का काम करें। सरकार के इस कानून से भाईचारे को आघात पहुंचेगा। प्रदर्शन करने वालों में दिनेश मेदाबार, अमरीश निर्भय, सतीश भारद्वाज, राहुल निर्भय, ¨रकू पचोरी, रवि, सौरव, निशांत, मुनीश चौधरी, राजकुमार, अनुराग वरवारिया, आशुतोष तिवारी, भमाले, शिव वैदेल, दयानंद तिवारी, अतुल महेरे, र¨वद्र, मनीष पंडा, प्रमोद तिवारी, अमित अगरबाल कई लोग उपस्थित थे।


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