मेरी जान भी जाएगी वतन के लिए
कायस्थ महासभा युवा के बैनर तले काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया, कवियों ने काव्यपाठ कर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध किया
कासगंज, कासगंज। स्वतंत्रता संग्राम के अमर सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 122 वीं जयंती पर पर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा युवा के बैनर तले काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया। कवियों ने काव्यपाठ कर श्रोताओं को मंत्र मुग्ध किया।
कवि अ¨चत सक्सेना ने मेरे गम की दबा दीजिये गीत गाकर श्रोताओं की वाहवाही लूटी। कवि मनोज मंजुल ने अपनी कविता मेरी जान भी जाएगी तो वतन के लिए पढ़ी। जितेंद्र सक्सेना ने पढ़ा सच बात बोलने से किसी को रोकते नहीं..। वहीं अखिलेश सक्सेना ने कहा कि भारत के स्वाभिमान को गिरने नही देंगे। नवल कुलश्रेठ ने प्रेरणा देते हुए कहा कि हमे कायस्थ महापुरुषों की जयंती को हमेशा याद रखना चाहिए। संस्था अध्यक्ष केके सक्सेना ने कहा अमर शहीदों की जयंती हम सबको प्रेरणा देती रहेगी। संचालन कर रहे दीपक सक्सेना ने नेता जी सुभाष चंद्र बोस के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला। अतुल सक्सेना, ललित मोहन कुलश्रेठ, नवल सक्सेना, अर¨वद सक्सेना, आदित्य सरन सक्सेना, महेश चंद्र सक्सेना, नीरज सक्सेना आदि चित्रांश मौजूद रहे।