ज्यादा कीमत पर भी नहीं मिल रही ऑक्सीजन के सिलिंडर
सात दिन से गाड़ी नहीं आ रही हैं जिससे सप्लायर भी परेशान हो रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में अभी ऑक्सीजन की कमी नहीं है।
कासगंज, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण कॉल में अस्पतालों में ऑक्सीजन के सिलिंडर की मांग बढ़ गई है। सबसे ज्यादा परेशानी प्राइवेट अस्पतालों को उठानी पड़ रही है। इन्हें महंगी कीमत पर इन सिलिंडर की खरीद करनी पड़ रही है। वहीं ऑक्सीजन की जरूरत को देखते हुए अस्पताल संचालकों को नए सिलिंडर भी खरीदने पड़ रहे हैं।
जिले में कोविड के गंभीर मरीज अस्पतालों में भर्ती नहीं है। किसी की हालत बिगड़ने पर उसे अलीगढ़ एवं अन्य अस्पताल के लिए रेफर कर दिया जाता है, लेकिन अन्य शहरों में ऑक्सीजन के सिलिंडर की मांग बढ़ने से जिले में इसकी आपूर्ति प्रभावित हो गई है। इससे सबसे ज्यादा परेशानी निजी अस्पतालों को उठानी पड़ रही है। इनको महंगी कीमत पर इन सिलिंडरों को खरीदना पड़ रहा है। शहर में इसकी सप्लाई करने वाले भी परेशान हैं। एक सप्लायर की मानें तो सात दिन से एक भी गाड़ी नहीं आई है।
आठ हजार के सिलिडर खरीदे 12,500 रुपये में: शहर के एक प्रमुख अस्पताल ने बीते दिनों ऑक्सीजन के आठ नए बड़े सिलिडर खरीदे हैं। जो सिलिडर पहले आठ हजार रुपये में आता था, वह अब 12,500 रुपये में मिला है। इससे प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों को ऑक्सीजन लगने पर आने वाले खर्च में भी बढ़ोतरी हुई है।
उद्योग की भी उखड़ रही है सांस: ऑक्सीजन की कमी एवं मंहगाई से उद्योग की भी सांस उखड़ रही है। कासगंज में स्टील एवं लोहा उद्योग में भी ऑक्सीजन प्रयोग होता है। एक छोटी इकाई में एक दिन में एक ऑक्सीजन सिलिडर प्रयोग हो जाता है। कढ़ाही के लिए सर्किल की कटिग करने वाले एक कारोबारी बताते हैं कि हर रोज ऑक्सीजन सिलिडर पर 600-700 रुपये की लागत में इजाफा हो गया है, लेकिन कोरोना संक्रमण काल के चलते उत्पाद की कीमत भी नहीं बढ़ा सकते हैं।