मेंथा कारोबारी से लूट का मास्टरमाइड गिरफ्तार
मेंथा कारोबारी से लूट का मास्टरमाइड गिरफ्तार पुलिस के दबाव के चलते सरेंडर होने का कर रहा था प्रयास वारदात के बाद भाग गया था दिल्ली शहर में आते ही पकड़ा गया
कासगंज,जागरण संवाददाता। जुलाई में मेंथा कारोबारी से लूट के मामले में फरार चल रहे मास्टरमाइंड को पुलिस ने हजारा नहर के पुल से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित वारदात के बाद से दूसरे जिलों में रह रहा था। पुलिस के दबाव के चलते सरेंडर करने का प्रयास कर रहा था। इसके लिए वह योजना बनाने के लिए कासगंज आया था, लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार लिया।
17 जुलाई की शाम करीब छह बजे अमरपुर घाट के निकट रोहताश पुत्र महेंद्र को चार अज्ञात बदमाशों ने साढ़े पांच लाख रुपये लूटे थे। रोहताश मेंथा कारोबारी की फर्म पर नौकरी करता है। कोतवाली पुलिस ने 48 घंटे के अंदर चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर 1.12 लाख रुपये की नकदी बरामद कर ली। इसके बाद एक आरोपित ने सरेंडर कर दिया, लेकिन मुख्य आरोपित घटना का मास्टरमाइंड अजय जाटव निवासी विजयगढ़ फरार चल रहा था। पुलिस इसकी तलाश में जुटी हुई थी। पुलिस के दबाव के चलते आरोपित बार-बार जगह बदल रहा था। इसको देख कर आरोपित ने न्यायालय में सरेंडर करने की योजना बनाई। बताया जाता है इसके लिए ही वह कासगंज में आया था, लेकिन इंस्पेक्टर डीके दुबे की टीम गांव पर हर वक्त नजर रखे हुई थी। मुखबिर की सूचना पर इंस्पेक्टर ने टीम के साथ में हजारा नहर पुल से आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ने कहा कि लूट में से उसे 50 हजार रुपये मिले थे, जिसमें से 20 हजार खर्च हो गए।
पुलिस की सख्ती से लुटेरों का गैंग बनने से पहले बिखरा
मेंथा कारोबारी से हुई लूट में शामिल सभी छह आरोपित अपराध की दुनिया में नए हैं। पुलिस रिकॉर्ड में यह इनकी पहली वारदात है। बताया जाता है आरोपित ऋतिक की रिश्तेदारी गांव विजयगढ़ में है। वहीं पर अजय से मुलाकात हुई। इसके बाद इन्होंने लूट की योजना बनाई। इसमें अन्य को शामिल कर लिया, लेकिन पहली ही वारदात में पुलिस की मुस्तैदी ने इन्हें जेल के सींखचों के पीछे पहुंचा दिया।