सुनिये वित्त मंत्री जी, हैंडलूम उद्योग को जीवंत करने वाला हो वजट
गंजडुंडवारा संवाद सूत्र जिले का कस्बा गंजडुंडवारा देश में लूम उद्योग के नाम से पहचान रखता है लेकिन सरकारी प्रोत्साहन न मिलने से यह लोग बदहाल हो चुका हैं।
गंजडुंडवारा, संवाद सूत्र: जिले का कस्बा गंजडुंडवारा देश में लूम उद्योग के नाम से पहचान रखता है, लेकिन सरकारी प्रोत्साहन न मिलने से यह लोग बदहाल हो चुका हैं। दर्जनों कारोबारी और सैकड़ों मजदूर संकट के दौर से गुजर रहे हैं। एक फरवरी को आम वजट पेश होगा। यहां के लोग सरकार से उम्मीद लगाए बैठे हैं कि वजट में लूम उद्योग के लिए बढ़ावा देने के लिए धन आवंटित होगा, और संसाधन मिलेंगे। ताकि लूम उद्योग को जीवंतता मिल सके। पिछड़े जनपद में लूम उद्योग को प्रोत्साहन की जरूरत है। यातायात के साधनों व कच्चे माल की उपलब्धता नहीं है। यह उद्योग बर्बाद हो चुका है। 2021-22 के वजट में सरकार कुछ इस तरह का प्रावधान करे, जिससे लूम उद्योग को बढ़ावा मिल सके। कस्बा में रोजगार का साधन बढ़े।
-मुवीन हैंडलूम संचालक। सपा सरकार में लूम उद्योग को जीवित रखने लिए विद्युत सब्सिडी दी गई थी। भाजपा सरकार में यह सब्सिडी बंद हो गई। इससे चलते उद्योग को बर्बादी का करंट लग गया। कारोबारियों पर विभाग का बड़ा बकाया है। बजट में लूम उद्योग को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी को पुन: लागू करने का प्रावधान किया जाए।
-शिशुपाल अग्रवाल हैंडलूम संचालक। कपड़ा बुनने के लिए यान बाहर से लाया जाता है। इस समय यान पर बड़ी महंगाई है। कारखाना चलाना भी नुकसान में है और न चलाना भी नुकसान। सरकार आगामी वजट में लूम उद्योग को बढ़ावा देने के लिए प्रावधान करे तो क्षेत्र का विकास हो।
-ऋषीपाल सिंह चौहान हैंडलूम संचालक। लूम उद्योग पर संकट आने से कारोबारियों के साथ-साथ हजारों मजदूर बेरोजगार हुए है। वे पलायन कर रहे हैं। यदि लूम उद्योग को बढ़ावा मिल जाए तो मजदूरों का पलायन रुकेगा। सरकार को आम वजट लूम उद्योग को बढ़ावा देने वाला पेश करना चाहिए।
-अनिल मनोचा हैंडलूम संचालक।