तिरंगा थाम चंदन के घर पहुंची साध्वी
अफसरों पर जड़े आरोप, जमकर नारेबाजी आरएएफ हुई मुस्तैद, जगह-जगह लगे बैरियर
कासगंज, जागरण संवाददाता। गणतंत्र दिवस दोपहर बाद तक शांति से गुजरने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली ही थी। एकाएक बंद कार में साध्वी प्राची के पहुंचने की खबर से अफसर दौड़ पड़े। साध्वी अपनी गाड़ी से तिरंगा झंडा लेकर चंदन के घर के लिए निकलीं। नारेबाजी से गली गूंज उठी। पुलिस कुछ समझती, तब तक वह घर पहुंच गई थी। चंदन को श्रद्धांजलि देने के बाद उन्होंने चंदन के घर की छत पर खड़े होकर भारत माता की जय के नारे लगाए। इसके बाद तिरंगा हाथ में थाम कर ही गली से बाहर निकली।
शनिवार शाम चार बजे एकाएक विश्व ¨हदू परिषद साध्वी प्राची एवं ¨हदूवादी नेता दीपक शर्मा के कासगंज पहुंचने पर पुलिस फोर्स अलर्ट हो गया। प्रभु पार्क जाने वाले सभी मार्गों पर पुलिस ने बैरीके¨डग कर दुपहिया वाहनों के बाजार में प्रवेश पर रोक लगा दी। एकाएक हुए इस अलर्ट से शहरवासी चौंक गए। इधर साध्वी प्राची ने चंदन के घर पहुंच परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि वह परिवार के साथ हैं। उन्होंने चंदन के घर पर भारत माता की जय के नारे भी लगाए। साध्वी प्राची के तेवर देख कर प्रभु पार्क से आरएएफ को गली में बुलवा लिया। एक पुलिस कर्मी द्वारा हाथ से तिरंगा छीनने पर वह भड़क उठीं। प्रशासन को आशंका थी कहीं साध्वी तिरंगा यात्रा न निकालें। हालांकि साध्वी ने बाद में घर से तिरंगा हाथ में थाम कर नारेबाजी करते हुए बाहर तक यात्रा निकालने की औपचारिकता की। इस दरम्यान वह पुलिस के साए में रहीं। उन्होंने कहा जब चंदन को मारा गया, तब फोर्स कहां था। अब तिरंगा यात्रा रोकने के लिए इतनी कवायद की जा रही है। अपनी गाड़ी पर ¨तरगा लगा वह यहां से वापस लौट गई।
सुबह से था सख्त पहरा :
चंदन के घर पर सुबह से सख्त पहरा था। महिला कांस्टेबल एवं पुलिस फोर्स के साथ एलआइयू भी घर पर नजर रखे हुए थी। पल-पल की गतिविधियों की खबर अफसरों तक पहुंच रही थी, इस दौरान दिल्ली से कई मीडियाकर्मी भी यहां पर पहुंचे।