Kasganj में किसान नेताओं के आक्रोश के आगे पुलिस झुकी, रिश्वत का आरोपित दारोगा लाइन हाजिर
Kasganj News पुलिस व भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष ने कराई किसान नेताओं के खिलाफ रिपोर्ट। किसान नेता ने भाजपा और किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष पर दर्ज कराया मुकदमा। दोनों तरफ से हुए मुकदमों के बाद पुलिस अब मामले की जांच करेगी।
कासगंज, जागरण टीम। कासगंज कोतवाली सदर पर सोमवार को हुए बवाल के बाद आरोपित दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इस मामले में तीन एफआइआर दर्ज हुई हैं। किसान नेताओं के खिलाफ एक मुकदमा पुलिस ने दर्ज कराया है तो दूसरा भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष ने। दूसरी ओर से किसान नेता की ओर से भाजपा व किसान मोर्चा जिलाध्यक्षों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
दरोगा पर लगे थे पांच हजार रुपये रिश्वत के आरोप
एक दारोगा पर पांच हजार रुपये रिश्वत लेने के आरोप को लेकर सोमवार को पूरे दिन कोतवाली सदर में बवाल हुआ था। भारतीय किसान यूनियन स्वराज ने सुबह 11 बजे से ही कोतवाली सदर में डेरा डाल दिया था और किसान धरने पर बैठ गए थे। सीओ सिटी अजीत चौहान और एसडीएम पंकज कुमार भी मौके पर पहुंचे थे और पूरे दिन बातचीत का दौर चलता रहा था।
जांच का भरोसा देते रहे अधिकारी
पुलिस-प्रशासन के अधिकारी दारोगा के खिलाफ जांच का भरोसा देते रहे थे और किसान नेता कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे थे। देररात तक कोई हल नहीं निकल सका था। देररात 10 बजे यकायक कोतवाली परिसर की लाइटें बंद हुईं और अंधेरा छा गया। इसके बाद जमकर लाठियां बरसीं और किसानों को खदेड़ दिया गया।
किसान नेता सुजीत सत्यदर्शी का आरोप है कि भाजपा जिलाध्यक्ष केपी सिंह सोलंकी और किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष डीएस लोधी के साथ लाठी-डंडों से लैस होकर आए करीब 150 लोगों ने उन पर हमला बोला था। मारपीट के साथ लूटपाट का भी आरोप लगाया गया है। उन्होंने इस संबंध में कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई है।
दी गई तहरीर बदलने के आरोप
किसान यूनियन के प्रदेश प्रभारी आशीष पांडेय का आरोप है कि उन्होंने तहरीर में पुलिस अधिकारियों को भी नामजद किया था, मगर तहरीर बदलकर रिपोर्ट दर्ज की गई है। उधर, भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष डीएस लोधी का आराप है कि वह अपने सथियों के साथ रामलीला महोत्सव में शामिल होने जा रहे थे।
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कोतवाली के सामने भाकियू स्वराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पांडेय, प्रदेश प्रभारी आषीष पांडेय, संदीप पांडेय और सुरजीत पांडेय ने करीब पचास-साठ लोगों के साथ मिलकर उन्हें घेर लिया। गला दबाकर जानसे मारने की कोशिश की गई और गले में पड़ी सोने की चेन आदि लूट ले गए।
नामजद करते हुए दर्ज कराई रिपोर्ट
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक सिद्धार्थ तोमर ने भी कुलदीप पांडेय और आशीष पांडेय सहित 51 किसान नेताओं को नामजद करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है। इसमें आरोप है कि इन लोगों ने धरना-प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर हमला बोला और कोवताली परिसर में तोड़फोड़ की। रिपोर्ट में 150 अज्ञात लोग भी इनके साथ बताए गए हैं।