मिलाते रहे 108, नहीं आई एंबुलेंस
जागरण संवाददाता कासगंज एक बार फिर 108 नंबर की व्यस्तता प्रसूता एवं गर्भस्थ शिशु की जिदगा
जागरण संवाददाता, कासगंज : एक बार फिर 108 नंबर की व्यस्तता प्रसूता एवं गर्भस्थ शिशु की जिदगानी पर भारी पड़ गई। पुलिस र्किमयों ने भी कई बार 108 नंबर पर कॉल मिलाई, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई। अगर कॉल रिसीव हो जाती तो शायद प्रसूता की जान बच जाती। शनिवार दोपहर शहर के मुहल्ला जाटवान निवासी धीरेंद्र अपनी गर्भवती पत्नी सरस्वती को प्रसव पीड़ा होने पर ऑटो से कासगंज स्वास्थ्य केंद्र ले जा रहा था। अस्पताल से कुछ पहले ही पत्नी सरस्वती की हालत बिगड़ गई। वह अशोक नगर सीएचसी पर पहुंचा, लेकिन कोई भी चिकित्साकर्मी मदद के लिए नहीं पहुंचा। इस दौरान यहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने निजी अस्पताल ले जाने की सलाह दी, लेकिन ओपीडी बंद थी। कई बार 108 नंबर मिलाने पर भी न उठने पर पुलिस र्किमयों ने निजी एंबुलेंस की व्यवस्था कर अलीगढ़ के लिए भेजा, लेकिन गंगीगी के निकट प्रसूता ने दम तोड़ दिया। -------------
पुलिस र्किमयों की भूमिका की सराहना चिकित्सालय क्षेत्र में हॉटस्पॉट है। हॉटस्पॉट के चलते यहां बैरीकेटिग की गई है। जहां पुलिस कर्मी तैनात हैं। प्रसूता यहां पहुंची तो पुलिस कर्मियों ने उसकी हर संभव मदद की। जिसने भी देखा या सुना वह पुलिस र्किमयों की सराहना करता नजर आया। पुलिस कर्मी रवि परमार ने तो एंबुलेंस आदि की व्यवस्था में पूरी तरह मदद की।