जो इक ही दायरे में मस्जिदों-मंदिर बना लेते तो अपने मुल्क में हम खुशनुमा मंजर बना लेते
कस्बा के बाई पास रोड स्थित बाबा हरवैन शाह की दरगाह पर तीन रो•ा उर्स के द
जासं पटियाली:कस्बा के बाई पास रोड स्थित बाबा हरवैन शाह की दरगाह पर तीन रो•ा उर्स के दूसरे दिन अखिल भारतीय कवि सम्मेलन व कुल¨हद मुशायरा का आयोजन हुआ। सम्मेलन का विधिवत फीता काट शुभारम्भ समाजसेवी इस्लाम नवी द्वारा किया गया।
कवि सम्मेलन मुशायरा में आगरा से पधारे अनवर अमान ने पढ़ा न•ार बदहवास है आजा, शाम से दिल उदास है आजा। भरतपुर राजस्थान से पधारे हरिओम हरि ने कौमी एकता का हवाला देते हए कहा, जो इक ही दायरे में मस्जिदों-मंदिर बना लेते तो अपने मुल्क में हम खुशनुमा मंजर बना लेते। ओज कवि शरद लंकेश ने मां का जिक्र करते हुए कहा-तेरी सूनी जिदंगी में जिसने उजाले कर दिए।अपने मुँह के सब निवाले तेरे हवाले कर दिए। श्रोताओं की नब्•ा टटोलते हुए ना•ाुक अंदा•ा में फूल मियाँ अता ने कहा-हथेली की लकीरों में मुकदर तलाशने वालों खुदा से मांग कर देखो वही किस्मत बदलता है। कानपुर से पधारे गीतकार राधेश्याम मिश्र ने श्रंगार का बखान करते हुए कहा-तुम इतनी दूर बसे तन से, हर प्रीति नहीं होती मन से। मथुरा से पधारे जितेंद्र विमल ने कहा-यूँ ही होता नहीं कोई वली बस पूजने भर सेहरे जो पीर दुनिया की उसी को पीर कहते हैं। आगरा के शायर अनवर अमान ने कहा-चलो आओ न रुक जाएं ये सांसें तुम्हें देखे हुए •ामाना हो गया। इसके अलावा,ना•िाम बिलरामी,उम्र काविश, मुहम्मद अली ताज,ताहिर •ौद, अ•ारा सम्भली,हाजी हरमैन शाहने भी अपना कलाम पेश किया। वेल्फेयर सोसाइटी की ओर से कमेटी अध्यक्ष हसीन कुरैशी,सचिव डा.इऱफान अली इमरान,आमिर अली,निशात अली,फूल मियाँ,शाकिर अली आदि सदस्यों ने आगंतुकों का प्रतीक चिन्ह व फूल मालाओं से स्वागत किया गया।