झमाझम बारिश से जिला पानी-पानी
विवार मध्य रात्रि के बाद हुई मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। जिले भर में जलभराव की शिकायतें मिलीं।
जासं, कासगंज: रविवार मध्य रात्रि के बाद हुई मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। झमाझम बारिश से गलियां लबालब हो उठी। नाले-नालियां उफान ले गए। टूटी सड़कों पर बारिश का पानी भर गया। स्कूल परिसर तालाब में तब्दील हो गए। गड्ढेयुक्त सड़कों में भरे पानी के बीच कासगंज-सोरों मार्ग पर ई-रिक्शा और मोटरसाइकिल की कई दुर्घटनाएं हुई। हालांकि बारिश किसानों के लिए फिलहाल मरहम लगाए हुए है।
बरसात का मौसम वैसे तो सुहाना होता है। हद से अधिक बारिश मुसीबत का कारण बन जाती है। रविवार देर रात शुरू हुई बरसात सुबह तक जमकर बरसी। अति वर्षा के कारण लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो गई। कासगंज-सोरों-अमांपुर-एटा-बरेली, सिकंदराराऊ कोई भी मार्ग हो, मुख्यालय से 10 से 15 किमी. तक खस्ता हाल है। यहां बारिश का पानी गड्ढों में भर गया। सबसे अधिक हालात कासगंज-सोरों मार्ग के थे। यहां गहरे-गहरे गड्ढे थे और इन गड्ढों में कई रिक्शे पलट गए। कुछ मोटरसाइकिल सवार भी गिरकर दुर्घटना का शिकार हुए। इस तरह बरसात मुसीबत बनकर रह गई। शिक्षण व्यवस्था पर फिरा पानी
बरसात से शिक्षण व्यवस्था पूरी तरह प्रभावित दिखी। तमाम सरकारी स्कूलों में पानी भर गया। पूर्व माध्यमिक विद्यालय भिटौना, गोरहा, दरुआपुर, मामों, दतलाना, लहरा, बघेला, शहबाजपुर सहित दर्जनों स्कूलों के परिसर तालाब में तब्दील थे। शिक्षण व्यवस्था पर पानी फिरता नजर आया है। विद्यालयों में मध्याह्न भोजन के वितरण की खासी परेशानी रही। इसके अलावा नौनिहालों के साथ शिक्षक भी परेशान नजर आए। फिलहाल खुशहाल किसानी
अति वर्षा के कारण आने वालों दिनों में भले ही किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ा। फिलहाल खेती किसानी पूरी तरह खुशहाल है। खेतों में खड़ी धान की फसल को यह बारिश वरदान बनी हुई है। जायद की अन्य फसलों को विशेष फायदा नहीं है। सड़कों किनारे कटान
बरसात से सड़कों के किनारे कटान भी हो रहा है जिससे कभी सड़क धंस सकती है और बड़ा हादसा हो सकता है। अमांपुर-सिढ़पुरा सड़क का बुरा हाल है, यहां तेजी के साथ मिट्टी कट रही है। इस ओर जिम्मेदारों का कोई ध्यान नहीं है। पल-पल कड़ी निगरानी
जिला प्रशासन ने बरसात को लेकर अलर्ट जारी किया हुआ है। राजस्व कर्मी गांव-गांव पहुंच भवनों का आंकलन कर रहे है कि कोई भवन गिरासू हालत में तो नहीं है। इसके अलावा ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है कि वह बरसात के मौसम में सतर्क रहे।