Move to Jagran APP

परदे पर दिखेगी निजामपुर की शादी

जासं, कासगंज: बैंडिट क्वीन की स्टोरी लिखने वाले लेखक रंजीत कपूर की पटकथा पर गांव निजामपु

By JagranEdited By: Published: Tue, 21 Aug 2018 12:04 AM (IST)Updated: Tue, 21 Aug 2018 12:04 AM (IST)
परदे पर दिखेगी निजामपुर की शादी
परदे पर दिखेगी निजामपुर की शादी

जासं, कासगंज: बैंडिट क्वीन की स्टोरी लिखने वाले लेखक रंजीत कपूर की पटकथा पर गांव निजामपुर में लाइट, एक्शन और कैमरा के स्वर सुनाई देंगे। देश भर में चर्चित हो चुकी निजामपुर की शादी को लेकर फिल्म तैयार होगी, जो जल्द ही स्क्रीन पर दिखाई देगी। डॉक्यूमेंट्री फिल्म को लेकर निर्माता ने तैयारी कर ली है और प्रशासन से अनुमति मांगी है। प्रशासन भी पक्षधर दिखाई दे रहा है।

prime article banner

कासगंज क्षेत्र के गांव निजामपुर में बीती 15 जुलाई को अनुसूचित जाति के दूल्हे संजय और शीतल की शादी देश भर में चर्चा का विषय बनी रही। यहां दूल्हे के घोड़ी चढ़कर पूरे गांव में बरात घुमाने की जिद के मामले ने तूल पकड़ लिया था। मामला नित नए मोड़ आने पर सुíखयों में बना रहा। अंतत: प्रदेश सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन को कड़ी सुरक्षा के बीच अनुसूचित जाति के दूल्हे की शादी करानी पड़ी। बरात भी चढ़ी और बराती भी नाचे। चूंकि लगभग चार माह तक यह मामला चला, ऐसे में इस शादी को देखने की ललक हर किसी के मन में जाग उठी।

इसी प्रकरण पर फिल्मांकन की तैयारी है। फिल्म निर्माता नोएडा निवासी कैलाश मासूम ने मुंबई से इस फिल्म की योजना तैयार कर ली है। पटकथा तैयार करने को रंजीत कपूर को राजी किया है। फिल्म निर्माता ने इस फिल्म का टाइटल बैंड-बाजा और बंदूक रखा है। जिसमें अनुसूचित जाति के दूल्हे के संघर्ष का वर्णन होगा। जिला प्रशासन से इस संबंध में निर्माता ने अनुमति मांगी है। फंसेगा सहमति का पेच

शादी को लेकर ही गांव में विवादों की चर्चा जोरों पर रही। अब जब शादी पर ही पूरी फिल्म तैयार होगी, तो शूटिंग भी निजामपुर में ही होगी। ऐसे में एक बार फिर तनाव के हालात पैदा होने के आसार हैं। निर्माता ने संजय और उसके ससुरालीजनों के अलावा गांव में दूसरे पक्ष से संपर्क नहीं किया है, ऐसे में सहमति का पेच फंसता नजर आ रहा है। वहीं संजय के ससुरालीजनों ने भी अपनी सहमति नहीं दी है। 20 दिन तक रहेगा आकर्षण

चर्चित शादी की पटकथा जब जाने-माने लेखक रंजीत कपूर लिख रहे हों तो फिल्म का आकर्षण तय है। जब गांव में 20 दिन तक इसकी शू¨टग चलेगी तो आस-पास के तमाम लोग भी यहां पहुंचेंगे और गांव फिर से चर्चा का केंद्र बनेगा। अनुमति देने पर विचार

निजामपुर प्रकरण को लेकर फिल्म निर्माता कैलाश मासूम अनुमति मांगने आए थे, उन्होंने अपनी योजना बताई है। फिलहाल विचार किया जा रहा है, अनुमति नहीं दी गई है।

- आरपी ¨सह, डीएम


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.