तिरंगा यात्रा को लेकर प्रशासन अलर्ट
जागरण संवाददाता, कासगंज: स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा यात्रा चर्चा का विषय बन गई है। जहां देशभक्त
जागरण संवाददाता, कासगंज: स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा यात्रा चर्चा का विषय बन गई है। जहां देशभक्त तिरंगा यात्रा को लेकर तैयारियों में लगे हैं, वहीं प्रशासन भी अलर्ट हो गया है। डीएम ने राजस्व और पुलिस से रिपोर्ट मांगी है। इधर, खुफिया एजेंसी भी निगरानी कर रही हैं। गली-चौराहों पर खुफिया दूत लगा दिए गए हैं।
स्वतंत्रता दिवस नजदीक है, तो देश भक्तों में फिर से तिरंगा यात्रा निकालने का जोश है। संकल्प फाउंडेशन और सोरों की एक संस्था ने लिखित में डीएम को पत्र देकर अनुमति मांगी है, जिससे कि स्वतंत्रता दिवस पर शहर भर में तिरंगा यात्रा निकाली जा सके। पूरे शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म है कि चंदन गुप्ता की याद में इस बार तिरंगा यात्रा काफी ऐतिहासिक होगी। एक बड़ा तबका यात्रा में शामिल होगा। इधर, पुलिस प्रशासन की हवाइयां उड़ गई हैं। डर है कि तिरंगा यात्रा में कहीं चंदन गुप्ता की याद को लेकर कुछ युवाओं में जोश से आक्रोश में ना आ जाएं। ऐसे में प्रशासन की नींद उड़ी हुई है। फिलहाल अनुमति देने को तैयार नहीं है। लिखित अनुमति के इंतजार से इतर युवाओं का एक बड़ा तबका तिरंगा यात्रा की तैयारियों में जुटा दिखाई दे रहा है। शहर की गली-चौराहों और दुकानों पर एक ही चर्चा है कि 15 अगस्त पर क्या होगा। इस बार तिरंगा यात्रा को लेकर प्रशासन सतर्क है और उधर युवा अनुमति की चिंता किए बगैर तिरंगा यात्रा निकालने की तैयारी में जुट गए हैं। हालांकि कोई किसी का नाम बताने को तैयार नहीं है कि इस यात्रा का नेतृत्वकर्ता कौन है। जो भी हो लेकिन जुबां पर तिरंगा यात्रा की चर्चा जोरों पर है और प्रशासन विशेष सतर्कता बरत रहा है।
डीएम आरपी ¨सह ने एसडीएम और शहर कोतवाली पुलिस से रिपोर्ट मांगी है कि क्या यात्रा निकालना सुरक्षित है। अब प्रशासन को रिपोर्ट का इंतजार है। नाम न छापने की शर्त पर कुछ युवाओं ने बताया कि तिरंगा यात्रा निकालना देश भक्ति के लिए गौरव का विषय है। इसे कौन रोक सकता है।
बताते चलें कि इस वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर जब देशभक्त तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे। उस समय मुहल्ला नवाब में समुदाय विशेष के लोगों ने तिरंगा यात्रा को रोक दिया और देशभक्तों से मारपीट की। मामला गरमा गया। ¨हदू और मुस्लिम समुदाय आमने-सामने आ गए। देखते ही देखते शहर में बवाल शुरू हो गया। इस बीच मुस्लिम समुदाय की ओर से चलाई गई गोली में चंदन गुप्ता की जान चली गई। फिर तो पूरा शहर जलने लगा। देशभर में कासगंज सुíखयों में छा गया। लगभग चार दिनों तक बवाल चलता रहा। कर्फ्यू जैसे हालात हो गए। लोग घरों में कैद कर दिए गए। गलियों में सन्नाटा था।
-- गली-गली संपर्क सूत्र
खुफिया विभाग ने गली-गली अपने सूत्र लगा दिए हैं। इन सूत्रों के माध्यम से जानकारी की जा रही है कि आखिर तिरंगा यात्रा की क्या तैयारियां हैं। कहां से यात्रा के लिए जोश भरा जा रहा है और कौन-कौन लोग खुलकर यात्रा में शामिल होने के लिए तैयार हैं, लेकिन अभी तक खुफिया तंत्र स्पष्ट जानकारी नहीं कर सका है कि तिरंगा यात्रा का स्वरूप क्या होगा।