पांच महीने से वेंटीलेटर की अटक रही सांस
कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए सरकार ने पांच महीने पह
कासगंज, जागरण संवाददाता: कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए सरकार ने पांच महीने पहले ही वेंटीलेटर भेजने शुरू कर दिए। पिछले महीने तक जिले में 14 वेंटीलेटर आ चुके हैं। मगर, ऑपरेटर न होने के कारण ये वेंटीलेटर शोपीस बने हुए हैं। इस दौरान वेंटीलेटर का उपयोग न होने के कारण 55 कोरोना संक्रमित मरीजों को अलीगढ़ के लिए रेफर करना पड़ा। कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार में वेंटीलेटर की जरूरत बढ़ गई थी। शासन ने कासगंज जिले में मई से लेकर अगस्त तक किस्तों में कुल 14 वेंटीलेटर उपलब्ध कराए थे। स्थानीय स्तर पर विभाग ने इनमें से 10 वेंटीलेटर क्रियाशील भी कर दिए। इनके ऑपरेटर के लिए शासन को पत्र लिखे गए, स्थानीय स्तर संविदा के लिए विज्ञापन भी जारी किए गए। लेकिन, कोई भी अभ्यर्थी नहीं आया। नतीजा, वेंटीलेटर शोपीस बने हुए हैं। सीएम से वीसी में उठाया मुद्दा
मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधायकों से वीडियो कांफ्रेंसिंग की। स्थानीय विधायकों ने जिले में डॉक्टर सहित अन्य मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ की कमी का मुद्दा उठाया था।
-इनकी है जरूरत---
- एक वेंटीलेटर ऑपरेटर।
- एक फिजीशियन।
-एक एनेस्थेटिक्स। उपचार
-155 मरीज भर्ती हैं कोविड अस्पतालों में
-02 अस्पतालों में भर्ती होते हैं संक्रमित मरीज
-55 मरीजों को वेंटीलेटर बगैर करना पड़ा रेफर
----------- 'अब तक 55 मरीजों को रेफर किया गया है। कुछ मरीजों को ऑक्सीजन स्तर न रोक पाने की वजह से रेफर किया गया। अगर वेंटीलेटर ऑपरेटर होते तो रेफर की संख्या कुछ कम हो सकती थी।'
-डॉ.प्रतिमा श्रीवास्तव
मुख्य चिकित्साधिकारी कासगंज
शासन को बताएंगे डीएम
कासगंज: जिलाधिकारी सी पी सिंह ने बुधवार को मामो स्थित कोविड अस्पताल का निरीक्षण किया। मरीजों से भोजन की गुणवत्ता के संबंध में पूछा। मरीजों ने खानपान को सही बताया। सीएमओ से सफाई पर विशेष ध्यान रखने को कहा। इस दौरान उन्हें वेंटीलेटर संचालन को ऑपरेटर न होने की जानकारी दी। डीएम ने कहा कि वे उच्चाधिकारियों को अवगत कराएंगे। निरीक्षण के दौरान एडीएम एके श्रीवास्तव, सीएमओ डॉ.प्रतिमा श्रीवास्तव, डिप्टी सीएमओ डॉ.अविनाश भी उपस्थित रहे।