उफ.. नुक्कड़ बना दिए कूड़ाघर
कूड़ेदान की तरह नुक्कड़ों पर पड़े रहते हैं कूड़ों के ढे़र, सफाईकर्मी बरत रहे लापरवाही
कासगंज, जागरण संवाददाता। सुबह 11 बजे तक शहर के कई मुहल्लों में कूड़े के ढेर नुक्कड़ों पर इस तरह पड़े रहते हैं मानो सड़क ही कूड़ेदान हो। इनके चलते आवारा जानवर भी इन स्थानों पर सुबह से ही डेरा जमा लेते हैं, जो राहगीरों को भी परेशान कर रहे हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर सरकार से नगर पालिका तक जुटी हुई है। छुट्टियां रद्द कर दी हैं मगर शहर की सड़कों के यह हालात कैसे नगर को स्वच्छता की दौड़ में बनाए रखेंगे।
शहर की मीना मार्केट वाली गली के नुक्कड़ पर तो दिन भर कूड़ा पड़ा रहता है। सुबह नगर पालिका की गाड़ी इसे उठा ले जाती है, लेकिन दोपहर में फिर से दुकानदार यहीं पर कूड़ा फेंक देते हैं जो शहर के प्रमुख बाजार की सूरत बिगाड़ता है तो कई बार जाम का भी सबब बनता है। रोशनलाल मुहल्ला की तरफ बढ़ें तो यहां भी सुबह दस बजे तक नुक्कड़ पूरी तरह से कूड़े के ढेर से घिरे दिखाई देते हैं। जिन पर बंदरों के साथ में अन्य जानवर रहते हैं तो तहसील के सामने स्थित कूड़ेदानों का भी हाल जुदा नहीं है। यहां पर पड़ने वाला कूड़ा भी देर तक नहीं उठता है, जिसके चलते बंदरों की फौज इसे बाहर फैलाती रहती है।
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'हमने सभासदों को भी इस संबंध में जागरुक किया है। मुहल्ला समितियों के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि कूड़ा उठने के बाद सड़क पर कूड़ा न फेंके। घर के डस्टबिन में कू़ड़ा एकत्र करें, जिसे दूसरे दिन निर्धारित स्थान पर फेंके।'
-कुलकमल ¨सह
अधिशासी अधिकारी
नगर पालिका परिषद
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--जनता की बात--
'नगर पालिका सफाई का प्रयास कर रही है। कूडे़दान भी बंटवाए हैं। हमारी तरफ तो कूड़ा सड़क पर नहीं रहता है, लेकिन शहर के जिन मुहल्लों में लोग कूड़ा सड़क पर फेंकते हैं वह अपने मुहल्लों की ही सूरत बिगाड़ रहे हैं।'
-विपिन राज 'कूड़ेदान की अच्छी व्यवस्था नगर पालिका प्रशासन को करनी चाहिए। सुबह देर तक कूड़ा नहीं उठता है। ऐसे में बंदर एवं अन्य जानवर कूड़े को इधर-उधर फैलाते रहते हैं जो समस्या की वजह बनता है।'
-चंद्रप्रकाश